सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ टेलीमैटिक्स (सी-डॉट) ने दूरसंचार और सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) क्षेत्रों में नवाचार और स्वदेशी अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए स्टार्टअप्स के लिए "समर्थ" इनक्यूबेशन कार्यक्रम शुरू किया है।
केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के तहत उद्योग संवर्धन और आंतरिक व्यापार विभाग (डीपीआईआईटी), के साथ पंजीकृत स्टार्टअप ही समर्थ इनक्यूबेशन प्रोग्राम के लिए पात्र हैं।
समर्थ इनक्यूबेशन कार्यक्रम का फोकस निम्नलिखित है:
सी-डॉट चयनित सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क्स ऑफ इंडिया (एसटीपीआई) के माध्यम से समर्थ इनक्यूबेशन कार्यक्रम को लागू करेगा।
एसटीपीआई की स्थापना 1991 में इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (एमईआईटीवाई) द्वारा की गई थी।
इसकी स्थापना देश से सॉफ्टवेयर विकास और सूचना प्रौद्योगिकी (आई.टी.) सक्षम सेवाओं/बायो-आईटी सहित सॉफ्टवेयर और सॉफ्टवेयर सेवाओं के निर्यात को बढ़ावा देने के लिए की गई थी।
इसकी स्थापना भारत सरकार द्वारा 25 अगस्त 1984 को देश के लिए दूरसंचार हार्डवेयर विकसित करने के लिए एक वैज्ञानिक सोसायटी के रूप में की गई थी।
बाद में इसका विस्तार दूरसंचार प्रौद्योगिकी में एक पूर्ण अनुसंधान और विकास केंद्र के रूप में हुआ।
सी-डॉट केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के तहत वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान विभाग के साथ एक सार्वजनिक रूप से वित्त पोषित अनुसंधान संस्थान के रूप में पंजीकृत है।
यह केंद्रीय संचार मंत्रालय के अंतर्गत आता है।
अध्यक्ष: केंद्रीय संचार और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया