एचडीएफसी-एचडीएफसी बैंक के विलय के बाद बजाज फाइनेंस लिमिटेड भारत की सबसे बड़ी सार्वजनिक जमा स्वीकार करने वाली गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनी (एनबीएफसी) बन गई है।
जुलाई 2023 के अंत में बजाज फाइनेंस लिमिटेड कंपनी की कुल सार्वजनिक जमा राशि 50,000 करोड़ रुपये को पार कर गई और इसके कुल जमाकर्ता 5 लाख से अधिक हो गए है ।
एचडीएफसी आरबीआई द्वारा एक 'सार्वजनिक जमा स्वीकार करने वाली गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनी (एनबीएफसी)' करने वाली एनबीएफसी के रूप में पंजीकृत थी । लेकिन एचडीएफसी बैंक के साथ विलय के बाद इसका अस्तित्व समाप्त हो गया है ।
बजाज फाइनेंस लिमिटेड ने 2014 में सार्वजनिक जमा स्वीकार करना शुरू किया था । इसकी जमा राशि का लगभग दो-तिहाई हिस्सा खुदरा ग्राहकों से और बाकी कॉरपोरेट्स से आता है।
भारत में अन्य प्रमुख जमा लेने वाली एनबीएफसी हैं एलआईसी हाउसिंग फाइनेंस, महिंद्रा फाइनेंस, श्रीराम फाइनेंस आदि।
बजाज फाइनेंस लिमिटेड
बजाज फाइनेंस लिमिटेड बजाज फिनसर्व लिमिटेड की सहायक कंपनी है।
यह भारतीय रिज़र्व बैंक (आरबीआई) के साथ एनबीएफसी-निवेश और क्रेडिट कंपनी (एनबीएफसी-आईसीसी) के रूप में पंजीकृत जमा स्वीकार करने वाली एनबीएफसी है।
कंपनी ऋण देने और जनता से जमा स्वीकार करने के व्यवसाय में लगी हुई है।
मुख्यालय: पुणे
मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ): राजीव जैन
गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनी (एनबीएफसी)
गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनी (एनबीएफसी) एक प्रकार की वित्तीय संस्था है जिसे भारतीय रिजर्व बैंक अधिनियम 1935 के तहत आरबीआई द्वारा विनियमित किया जाता है।
जमा स्वीकार करने वाली एनबीएफसी के रूप में वर्गीकृत एनबीएफसी सावधि जमा (एफडी) और आवर्ती जमा (आरडी) के रूप में सार्वजनिक जमा स्वीकार कर सकते हैं।
वे बचत खाता और चालू खाता जैसी मांग जमा स्वीकार नहीं कर सकते।
परीक्षा के लिए महत्वपूर्ण फूल फ़ॉर्म
एनबीएफसी /NBFC : नॉन बैंकिंग फाइनैन्शल कंपनी (Non Banking Financial Company )
एनबीएफसी-आईसीसी(NBFC-ICC): नॉन बैंकिंग फाइनैन्शल कंपनी- इंवेस्टमेंट एंड क्रेडिट कंपनी (Non Banking Financial Company -Investment and Credit Company)