चार युवा भारतीयों अक्षय मकर, सौम्या डाबरीवाल, कौशल शेट्टी और श्रुतिका सिलस्वाल को विकास कार्यों में उत्कृष्टता के लिए 2023 राष्ट्रमंडल युवा पुरस्कार के लिए नामित किया गया है। वे इस वर्ष के युवा पुरस्कारों के लिए चुने गए राष्ट्रमंडल के 50 सामाजिक उद्यमियों, पर्यावरण और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं में से हैं।
राष्ट्रमंडल युवा पुरस्कार मुख्य रूप से सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) को प्राप्त करने के लिए विकास कार्यों में शामिल राष्ट्रमंडल देशों के 15 से 29 वर्ष की आयु के युवाओं को सम्मानित करता है।
अक्षय मकर को एसडीजी 13 क्लाइमेट एक्शन के तहत शॉर्टलिस्ट किया गया है। वे क्लाइमेटेंज़ा सोलर कंपनी के सीईओ हैं जो औद्योगिक क्षेत्र को डीकार्बोनाइज करने के लिए कार्यरत हैं।
सौम्या डाबरीवाल को एसडीजी 5 लैंगिक समानता के तहत शॉर्टलिस्ट किया गया है। उन्होंने प्रोजेक्ट बाला आरंभ किया जिसका उद्देश्य स्कूल जाने वाली युवा लड़कियों के लिए नवीन मासिक धर्म स्वच्छता समाधान प्रदान करना है।
कौशल शेट्टी को एसडीजी 11 सस्टेनेबल सिटीज़ एंड कम्युनिटीज़ के तहत नामित किया गया है। वे नोस्टोस होम्स के सह-संस्थापक और सीईओ हैं, जो एक गैर-लाभकारी संगठन है जो प्राकृतिक आपदाओं से विस्थापित लोगों के लिए स्थायी आपातकालीन आश्रयों का निर्माण करता है।
श्रुतिका सिलस्वाल को एसडीजी 4 क्वालिटी एजुकेशन के तहत नामित किया गया है। वे उत्तराखंड में सिंपल एजुकेशन फाउंडेशन की प्रमुख हैं, जो प्रासंगिक और टिकाऊ स्कूल परिवर्तन कार्यक्रम प्रदान करके 5 सरकारी स्कूलों में 200 सरकारी स्कूल के बच्चों का समर्थन करता है।
प्रति वर्ष 20 लोगों को पुरस्कार के लिए चुना जाता है और अफ्रीका, एशिया, कैरेबियन, यूरोप और कनाडा और प्रशांत क्षेत्र से पांच क्षेत्रीय विजेताओं को चुना जाता है। इस वर्ष राष्ट्रमंडल युवा कार्यक्रम के 50 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर 50 लोगों को नामित किया गया है।
एसडीजी को 2015 में संयुक्त राष्ट्र द्वारा गरीबी को समाप्त करने, ग्रह की रक्षा करने और यह सुनिश्चित करने के लिए सार्वभौमिक आह्वान के रूप में अपनाया गया था जिससे कि सभी लोग वर्ष 2030 तक सुख और शांति से जीवन यापन कर सके। उल्लेखनीय है कि संयुक्त राष्ट्र द्वारा कुल 17 एसडीजी लक्ष्य निर्धारित किए गए हैं।
यह 56 स्वतंत्र देशों का एक स्वैच्छिक संघ है जिन पर कभी ब्रिटेन का शासन था। हालाँकि इसमें रवांडा, मोज़ाम्बिक, गैबॉन और टोगो जैसे देश भी शामिल हैं जिन पर कभी ब्रिटेन का शासन नहीं रहा।
ब्रिटिश सम्राट राष्ट्रमंडल का प्रमुख है और वर्तमान में इसका नेतृत्व ब्रिटेन के राजा चार्ल्स कर रहे हैं।