तीन दिवसीय तीसरी भारतीय विश्लेषणात्मक कांग्रेस 5 से 7 जून 2024 तक उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में आयोजित की जा रही है। कांग्रेस का उद्घाटन लद्दाख विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एस.के.मेहता, 5 जून 2024 को ने किया।
सम्मेलन का उद्देश्य विश्लेषणात्मक वैज्ञानिकों, प्रौद्योगिकीविदों, शिक्षाविदों और छात्रों को विचारों का आदान-प्रदान करने और इस क्षेत्र में नवीनतम विकास पर चर्चा करने के लिए एक मंच प्रदान करना है।
विश्लेषणात्मक विज्ञान माप की कला और उसकी व्याख्या को संदर्भित करता है। इसमें प्राकृतिक और मानव निर्मित पदार्थों या संस्थाओं की रासायनिक संरचना और आकारिकी को मापने और प्राप्त आंकड़ों की व्याख्या करने के साधनों में सुधार करना शामिल है।
तीसरी भारतीय विश्लेषणात्मक कांग्रेस ,वैज्ञानिकऔर औद्योगिक अनुसंधान परिषद-भारतीय पेट्रोलियम संस्थान (सीएसआईआर-आईआईपी) और इंडियन सोसाइटी ऑफ एनालिटिकल साइंटिस्ट्स (आईएसएएस-दिल्ली चैप्टर) द्वारा आयोजित एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन है।
तीसरी भारतीय विश्लेषणात्मक कांग्रेस देहरादून, उत्तराखंड में आयोजित की जा रही है।
तीसरे भारतीय विश्लेषणात्मक कांग्रेस 2024 का विषय है: "हरित परिवर्तनों में विज्ञान और प्रौद्योगिकी की भूमिका।"
सीएसआईआर-आईआईपी वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद-भारतीय पेट्रोलियम संस्थान के नाम से जाना जाता है।
भारतीय पेट्रोलियम संस्थान (आईआईपी) वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) की एक प्रयोगशाला है। इसकी स्थापना 14 अप्रैल 1960 को देहरादून, उत्तराखंड में हुई थी।
आईआईपी देश का एक प्रमुख अनुसंधान और विकास निकाय है, जो कच्चे पेट्रोलियम तेल और उसके उत्पादों को परिष्कृत करने के लिए नवीन तकनीकों का विकास कर रहा है।
संस्थान ने कई प्रक्रियाएं और प्रौद्योगिकियां विकसित की हैं, जिनमें से कई को भारत में पेट्रोलियम तेल और उसके उत्पादों से जुड़े उद्योगों को स्थानांतरित कर दिया गया है। संस्थान के उत्पाद और प्रौद्योगिकियों का देश की लगभग हर रिफाइनरी में व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है।
वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) की स्थापना 1942 में एक प्रमुख सरकारी वित्त पोषित वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान संगठन के रूप में एक स्वायत्त संस्था के रूप में की गई थी।
यह केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अधीन है।
वर्तमान में सीएसआईआर के पास 37 राष्ट्रीय प्रयोगशालाओं, 3 इनोवेशन कॉम्प्लेक्स, 39 आउटरीच सेंटर और अखिल भारतीय उपस्थिति वाली पांच इकाइयों का नेटवर्क है।
महानिदेशक: नल्लाथम्बी कलैसेल्वी (सीएसआईआर की महानिदेशक बनने वाली पहली महिला)
मुख्यालय: नई दिल्ली