राजनीतिक, सुरक्षा, सामाजिक और सांस्कृतिक समिति (पीएसएससी) की दूसरी भारत-सऊदी अरब मंत्रिस्तरीय बैठक 13 नवंबर 2024 को नई दिल्ली में आयोजित की गई। बैठक की सह-अध्यक्षता भारतीय विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर और सऊदी अरब के विदेश मंत्री, प्रिंस फैसल बिन फरहान अल सऊद ने की।
सऊदी अरब के विदेश मंत्री 12 और 13 नवंबर 2024 को भारत की 2 दिवसीय यात्रा पर थे।
दूसरी राजनीतिक, सुरक्षा, सामाजिक और सांस्कृतिक समिति की बैठक में, दोनों देशों ने सितंबर 2023 में क्राउन प्रिंस और सऊदी अरब के प्रधान मंत्री, मोहम्मद बिन सलमान बिन अब्दुलअज़ीज़ अल सऊद की भारत यात्रा के बाद से अपने द्विपक्षीय संबंधों में हुई प्रगति की समीक्षा की।
दोनों पक्षों ने ऊर्जा, व्यापार, निवेश, सुरक्षा, संस्कृति और कांसुलर मामलों में अपनी रणनीतिक साझेदारी को मजबूत और गहरा करने के तरीकों पर भी चर्चा की।
रणनीतिक साझेदारी परिषद, भारत-सऊदी अरब संबंधों के लिए सर्वोच्च स्तरीय मंच है।
दोनों देश ने रणनीतिक साझेदारी परिषद की स्थापना का निर्णय 2019 में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की सऊदी अरब यात्रा के दौरान लिया गया था।
रणनीतिक साझेदारी परिषद की दो उप-समितियाँ हैं -
रणनीतिक साझेदारी परिषद के तहत, दोनों देशों के नेता द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा करने के लिए शिखर स्तर की बैठक और मंत्री स्तर की बैठक का प्रावधान हैं।
रणनीतिक साझेदारी परिषद के तहत, प्रधान मंत्री मोदी और सऊदी राजकुमार मोहम्मद बिन सलमान ने सितंबर 2023 में अपनी पहली शिखर स्तरीय बैठक की थी।
भारत और सऊदी अरब के बीच बेहद घनिष्ठ संबंध हैं और दोनों देश का संबंध को रणनीतिक संबंध का दर्जा प्राप्त हैं।
भारत, सऊदी अरब का दूसरा सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार है, और सऊदी अरब भारत का पांचवां सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार है।
कच्चे तेल और पेट्रोलियम उत्पाद आपूर्तिकर्ताओं देशों में सऊदी अरब एक प्रमुख देश है।
सऊदी अरब में करीब 26.50 लाख भारतीय प्रवासी रहते हैं।
सऊदी अरब एक इस्लामिक देश है जहां मक्का और मदीना में सबसे पवित्र इस्लामिक स्थान हैं।
यह देश, इस्लाम का जन्मस्थान है।.
दुनिया का सबसे बड़ा रेत क्षेत्र, रुब अल-खली, सऊदी अरब में है।
राजधानी: रियाद
मुद्रा: सऊदी रियाल
राज्य और सरकार के प्रमुख: सम्राट सलमान बिन अब्दुलअज़ीज़