प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने 21 फरवरी 2025 को नई दिल्ली में स्थित भारत मंडपम में सोल लीडरशिप सम्मेलन के पहले संस्करण का उद्घाटन किया। दो दिवसीय सोल लीडरशिप सम्मेलन 21 फरवरी और 22 फरवरी 2025 को नई दिल्ली में आयोजित किया जा रहा है।
भारत दौरे पर आए भूटान के प्रधानमंत्री दाशो शेरिंग टोबगे ने सोल लीडरशिप सम्मेलन में मुख्य भाषण दिया।
उद्घाटन सत्र के दौरान सोल बोर्ड के अध्यक्ष सुधीर मेहता और उपाध्यक्ष हसमुख अधिया भी उपस्थित थे और उन्होंने नेतृत्व पर अपने अनुभव को साझा किए।
भूटान के प्रधान मंत्री दाशो शेरिंग टोबगे 20-22 फरवरी 2025 तक भारत की तीन दिवसीय यात्रा पर हैं।
सोल लीडरशिप सम्मेलन का उद्देश्य एक ऐसा मंच प्रदान करना है जहां जीवन के विभिन्न क्षेत्रों - खेल, कला, राजनीति, मीडिया, आध्यात्मिक दुनिया, सार्वजनिक नीति, व्यवसाय और सामाजिक क्षेत्र - के नेता, युवा पीढ़ियों को प्रेरित करने के लिए अपनी सफलताओं और असफलताओं को साझा करते हैं।
सम्मेलन का उद्देश्य नेतृत्व संवाद के लिए एक नया मानक स्थापित करना है, जिससे भारत में नेतृत्व के भविष्य को प्रेरित करने और आकार देने के लिए विभिन्न क्षेत्रों के दूरदर्शी नेताओं को एक साथ लाया जा सके।
इस अवसर पर बोलते हुए, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 2047 तक भारत को एक विकसित देश बनाने के लिए देश को समाज के हर क्षेत्र में नेताओं की आवश्यकता है।
उन्होंने आशा व्यक्त की कि सोल (स्कूल ऑफ अल्टीमेट लीडरशिप) ऐसे नेता तैयार करेगा जो राजनीति के क्षेत्र सहित दुनिया भर में अपनी छाप छोड़ेंगे।
सोल लीडरशिप सम्मेलन के आयोजक
सोल लीडरशिप सम्मेलन का आयोजन स्कूल ऑफ अल्टीमेट लीडरशिप (सोल) द्वारा किया गया है।
सोल , समान विचारधारा वाले व्यक्तियों द्वारा स्थापित एक निजी तौर पर वित्त पोषित प्रमुख संस्थान है।
यह गुजरात के गांधीनगर में गिफ्ट (गुजरात इंटरनेशनल फाइनेंशियल टेक) शहर के पास स्थित है।
संस्था का लक्ष्य एक परिवर्तनकारी संस्थान बनना है जो सरकार और सार्वजनिक क्षेत्र के नेताओं को आज की दुनिया में नेतृत्व की जटिल चुनौतियों से निपटने के लिए आवश्यक उपकरणों, कौशल और विशेषज्ञ अंतर्दृष्टि तक पहुंच प्रदान करे।
संस्था का लक्ष्य नए नेतृत्व प्रतिमान को अपनाकर नेताओं को सामाजिक लाभ के लिए एक सकारात्मक शक्ति बनने में सक्षम बनाना है।
सोल का नेतृत्व प्रतिमान भारत की प्राचीन सभ्यता के मूल्यों और सर्वोत्तम आधुनिक प्रबंधन प्रथाओं पर आधारित है।
सोल के अध्यक्ष: सुधीर मेहता