संयुक्त राज्य अमेरिका का एक सैन्य परिवहन विमान, सी-17, संयुक्त राज्य अमेरिका (यूएसए) से निर्वासित 104 अवैध भारतीय प्रवासियों को लेकर 5 जनवरी 2025 को श्री गुरु रामदास जी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे, अमृतसर, पंजाब में उतरा।
इन भारतीयों को डाँकी (गधा ) या डंकी मार्ग के माध्यम से अवैध रूप से संयुक्त राज्य अमेरिका में प्रवेश करते हुए पकड़ा गया था और कुछ लोग अपने वीजा की अवधि समाप्त होने के बाद भी अमरीका में रुके हुए पाये गए थे।
अवैध प्रवासियों को संयुक्त राज्य अमेरिका के आव्रजन और सीमा शुल्क प्रवर्तन (आईसीई) विभाग द्वारा उन्हें संयुक्त राज्य अमेरिका के विभिन्न हिरासत केंद्रों में रखा गया था,जहां से उन्हें फिर भारत निर्वासित किया गया।
अवैध प्रवासियों को संयुक्त राज्य अमेरिका में आने से रोकना और उन्हें उनके देश वापस निर्वासित करना डोनाल्ड ट्रम्प के प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक रहा है।
डोनाल्ड ट्रम्प ने 20 जनवरी 2025 को अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली। यह राष्ट्रपति के रूप में उनका दूसरा और आखिरी कार्यकाल है क्योंकि अमेरिकी संविधान, किसी भी राष्ट्रपति के लिए अधिकतम दो कार्यकाल का प्रावधान करता है। डोनाल्ड ट्रम्प पहली बार 2017 में 4 साल के कार्यकाल के लिए अमेरिका के राष्ट्रपति बने थे ।
निर्वासित किए गए 104 भारतीयों में से 30 पंजाब से हैं। 33-33 लोग हरियाणा और गुजरात से हैं, जबकि तीन-तीन महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश से और दो चंडीगढ़ से हैं।
डाँकी (गधा ) या डंकी मार्ग क्या है?
डंकी शब्द को शाहरुख की फिल्म 'डनकी' ने लोकप्रिय बनाया है।
डाँकी या डंकी अवैध प्रवासियों द्वारा मेक्सिको और कनाडा के माध्यम से संयुक्त राज्य अमेरिका में प्रवेश करने के लिए अपनाए गए मार्ग को संदर्भित करता है।
इसे ‘डाँकी' इसलिए कहा जाता है क्योंकि इन अवैध प्रवासियों को अमरीका में प्रवेश करने के लिए गधे की तरह, पैदल ही लंबी दूरी तय करनी पड़ती है।
ये अवैध आप्रवासी एजेंटों को भारी मात्रा में धन का भुगतान करते हैं जो उन्हें संयुक्त राज्य अमेरिका में सुरक्षित मार्ग से प्रवेश करने का वादा करते है।
एजेंट उन्हें नकली पासपोर्ट, जाली वीजा और जाली निवास परमिट प्रदान करते जिसके सहारे ये लोग अमरीका में प्रवेश करने की कोशिश करते हैं।
यदि अवैध प्रवासी सीमा पर पकड़े जाते हैं तो वे बहरत में उनके खिलाफ कथित धार्मिक या अन्य उत्पीड़न के आधार पर शरण की मांग करते हैं।
पंजाब और गुजरात से कई लोग अवैध रूप से संयुक्त राज्य अमेरिका में प्रवेश करने के लिए इस मार्ग को अपनाते हैं।
पंजाब में कबूतरबाज़ी
पंजाब भारत का एक प्रमुख क्षेत्र है जहाँ से संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोप में अवैध प्रवास होता है। एजेंटों के माध्यम से पंजाब से संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोप में अवैध आप्रवासन को 'कबूतरबाज़ी' (कबूतर उड़ाना) कहा जाता है।
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