कंबोडिया के चुनावी निकाय ने 23 जुलाई के चुनाव के अंतिम परिणामों की घोषणा की है, जिसमें लंबे समय से प्रधानमंत्री रहे हुन सेन की सत्तारूढ़ पार्टी पुनः विजयी प्राप्त की।
प्रधानमंत्री हुन सेन की भारी जीत के साथ ही उन्हें अगले पांच वर्षों के लिए पुनः जनादेश की पुष्टि की गई है।
देश की राष्ट्रीय चुनाव समिति के अनुसार, प्रधानमंत्री हुन सेन की कंबोडियन पीपुल्स पार्टी (सीपीपी) ने 23 जुलाई के आम चुनाव में 125 उपलब्ध सीटों में से 120 सीटों पर जीत प्राप्त किया है।
रॉयलिस्ट फनसिनपेक पार्टी ने महज पांच सीटें जीतीं, जबकि अन्य 16 राजनीतिक दलों में से किसी को भी कोई सीट नहीं जीत पाई।
कंबोडियन पीपुल्स पार्टी को लोकप्रिय वोट में डाले गए कुल 8.2 मिलियन मतपत्रों में से 6,398,311 वोट मिले। फनसिनपेक को 716,490 लोकप्रिय वोट मिले।
प्रधानमंत्री हुन सेन ने 27 जुलाई 2023 को घोषणा की कि वह महीने के अंत में अपना पद छोड़ रहे हैं और अपने सबसे बड़े बेटे हुन मैनेट, जो देश के सेना प्रमुख हैं, को प्रधान पद सौंप रहे हैं।
45 वर्षीय हुन मैनेट के रूप में नए राष्ट्रीय नेता ने जुलाई के चुनाव में संसद में अपनी पहली सीट जीती। सत्ता का यह हस्तांतरण एक बड़े, पीढ़ीगत बदलाव का हिस्सा है।
कई युवा सांसदों के मंत्री पद संभालने की उम्मीद है, जिनमें हुन सेन के सबसे छोटे बेटे और पार्टी के पुराने सदस्यों से संबंधित अन्य लोग शामिल हैं।
प्रधानमंत्री हुन सेन, जो 5 अगस्त 2023 को 71 वर्ष के हो गए, हुन सेन ने 38 वर्षों के कार्यकाल के दौरान उत्तरोत्तर सत्ता पर अपनी पकड़ मजबूत की, जिससे वे एशिया के सबसे लंबे समय तक प्रधानमंत्री के रूप में सेवा करने वाले नेता बन गए।
30 मई, 2023 को कंबोडिया के नरेश महामहिम प्रेह बैट समदेच प्रीह बोरोमनीथ नोरोडोम सिहामोनी ने भारत की अधिकारिक यात्रा किए थे।
हुन मैनेट
हुन मैनेट के पास वेस्ट पॉइंट पर संयुक्त राज्य सैन्य अकादमी से स्नातक की डिग्री, न्यूयॉर्क विश्वविद्यालय से मास्टर डिग्री और ब्रिटेन में ब्रिस्टल विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में डॉक्टरेट की उपाधि है।
कम्बोडिया:
राजधानी: नामपेन्ह
मुद्रा: कम्बोडियन रीएल
राजा: प्रेह बैट समदेच प्रीह बोरोमनीथ नोरोडोम सिहामोनी