हाल ही में एक अमेरिकी थिंक टैंक ‘प्यू रिसर्च सेंटर’ ने ताइवान के सन्दर्भ में एक विस्तृत सर्वेक्षण किया जिसके अनुसार 43% भारतीय ताइवान के सन्दर्भ में अपना प्रतिकूल राय रखते हैं।
प्यू रिसर्च सेंटर के सर्वेक्षण के अनुसार ताइवान को मात्र 37% भारतीय ही अनुकूल दृष्टिकोण से देखते हैं, जबकि 20% भारतीय इस सन्दर्भ में अपना कोई राय नहीं रखते हैं।
प्यू रिसर्च सेंटर के सर्वेक्षण के अनुसार ताइवान को आम तौर पर 24 उच्च और मध्यम आय वाले देशों में अनुकूल दृष्टि से देखा जाता है।
इन 24 देशों में औसतन 48% लोग ताइवान के बारे में अनुकूल दृष्टिकोण रखते हैं, जबकि औसत 28% लोग प्रतिकूल दृष्टिकोण रखते हैं। विशेष रूप से, 25% लोगों ने इस सन्दर्भ में अपना कोई एक निश्चित राय नहीं रखते हैं।
ताइवान के प्रति भारत के दृष्टिकोण का मुख्य कारण ताइवान भी भारत के प्रति वही दृष्टिकोण रखता रखता है जो चीन की सरकार रखती है। ताइवान भी भारत के लद्दाख और अरुणाचल प्रदेश को अपना मनाता है।
अर्थात अगर ताइवान का चीन पर अधिकार हो जाता है तो वह भी भारत के इन क्षेत्रों पर अपना दावा कायम रखेगा। इसी वजह से ताइवान के प्रति भारतीयों में अच्छे ख्याल नहीं आते हैं।
जापान, ताइवान के प्रति काफी सकारात्मक:
ताइवान के प्रति दृष्टिकोण जापान में सबसे अधिक सकारात्मक है, जापान में 82% लोग अनुकूल दृष्टिकोण की रिपोर्ट करते हैं। इसमें 24% ऐसे लोग शामिल हैं जिनकी राय बहुत अनुकूल है।
इसी सन्दर्भ में दक्षिण कोरिया में लगभग तीन-चौथाई और ऑस्ट्रेलिया में दस में से सात लोग भी ताइवान के बारे में अनुकूल विचार रखते हैं।
लगभग दो-तिहाई इजरायली और अमेरिकी ताइवान के प्रति अनुकूल राय रखते हैं।
अर्जेंटीना, ब्राज़ील, ग्रीस, हंगरी और स्पेन में वयस्कों के ताइवान के प्रति अनुकूल दृष्टिकोण रखने की संभावना उतनी ही है जितनी कि उनके प्रतिकूल दृष्टिकोण रखने की। केवल भारत और दक्षिण अफ़्रीका में ही ताइवान के बारे में लोगों की राय सकारात्मक की बजाय नकारात्मक होने की अधिक संभावना है।
ताइवान और चीन पर भिन्न रुख
नौ उच्च आय वाले देशों में ताइवान और चीन के विचार भी शून्य-योग हैं। इन स्थानों में, बड़ी संख्या में वयस्क ताइवान के बारे में अनुकूल और चीन के बारे में प्रतिकूल विचार रखते हैं।
जापान एक बार फिर सबसे आगे है, 71% जापानी वयस्क ताइवान को अनुकूल दृष्टि से और चीन को प्रतिकूल दृष्टि से देखते हैं। ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण कोरिया के अधिकांश लोग भी ताइवान को अनुकूल रेटिंग देते हैं, लेकिन चीन को अनुकूल रेटिंग नहीं देते हैं। इस संदर्भ में अमेरिका, कनाडा, स्वीडन, ब्रिटेन, जर्मनी और फ्रांस में कई लोग समान विचार रखते हैं।
दो देशों में ताइवान और चीन के अनुकूल विचार प्रतिस्पर्धा में नहीं हैं। अधिकांश मैक्सिकन (36%) दोनों के प्रति अनुकूल राय रखते हैं। इसके विपरीत, भारत में ताइवान और चीन दोनों के प्रति नकारात्मक विचार रखने वाले वयस्कों की बड़ी संख्या (35%) है।
ताइवान:
राजधानी: ताइपे
मुद्रा: डॉलर
राष्टपति: साई इंग वेन