केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने जंगली जानवरों के संरक्षण को सुनिश्चित करने के उद्देश्य से वीरांगना दुर्गावती बाघ अभयारण्य को मध्य प्रदेश के 7वें बाघ अभयारण्य के रूप में अधिसूचित किया है।
भारत में अधिसूचित बाघ अभयारण्यों की कुल संख्या अब 55 हो गई है। राजस्थान का धौलपुर -करौली बाघ अभयारण्य देश का 54वां बाघ अभयारण्य था।
अब तक, मध्य प्रदेश में छह बाघ अभयारण्य थे - कान्हा, बांधवगढ़, सतपुड़ा, पेंच, पन्ना और संजय-डुबरी।
वीरांगना दुर्गावती बाघ अभयारण्य
- केंद्र सरकार ने केन-बेतवा नदी जोड़ो परियोजना को सशर्त मंजूरी देते समय मध्य प्रदेश सरकार पर कुछ शर्तें लगाई थीं।
- इन शर्तों के तहत ,मध्य प्रदेश सरकार को नौरादेही और दुर्गावती वन्यजीव अभयारण्य को मिलाकर एक बाघ अभयारण्य बनाने के लिए कहा गया था।
- जून 2023 के महीने में, मध्य प्रदेश ने सागर, दमोह और नरसिंहपुर जिलों में फैले नौरेधी और दुर्गावती वन्यजीव अभयारण्य को एक संयुक्त अधिसूचित क्षेत्र के रूप में अधिसूचित किया।
- बाद में सरकार ने संयुक्त अधिसूचित क्षेत्र का नाम बदलकर वीरांगना दुर्गावती टाइगर रिजर्व कर दिया।
- वीरांगना दुर्गावती टाइगर रिजर्व का कुल क्षेत्रफल लगभग 2,339 वर्ग किमी है। टाइगर रिजर्व में लगभग 1,414 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र को कोर क्षेत्र में और 925.12 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र को बफर जोन में शामिल किया गया है।
भारत में बाघ की स्थिति
- भारत सरकार ने 1973 में शेर के स्थान पर बाघ को राष्ट्रीय पशु घोषित किया। भारत सरकार ने भारत में बाघों की सुरक्षा और संरक्षण के लिए 1973 में प्रोजेक्ट टाइगर की शुरुआत की।
- विश्व की लगभग 75% जंगली बाघ भारत में पाई जाती है। भारत के बाद रूस में जंगली बाघों की दूसरी सबसे बड़ी आबादी है।
- अखिल भारतीय बाघ अनुमान रिपोर्ट-2022 जनगणना के अनुसार, भारत में जंगली बाघों की कुल संख्या 2018 में 2967 की तुलना में 2022 में 3925 होने का अनुमान है।
- बाघों की सबसे बड़ी आबादी मध्य प्रदेश (785) में है, इसके बाद कर्नाटक (563), उत्तराखंड (560),और महाराष्ट्र (444) हैं।
- किसी बाघ अभयारण्य में सबसे अधिक बाघों की आबादी जिम कॉर्बेट (260) में है, इसके बाद बांदीपुर (150), नागरहोल (141), बांधवगढ़ (135), दुधवा (135), मुदुमलाई (114), कान्हा (105), काजीरंगा ( 104), सुंदरबन (100), ताडोबा (97), सत्यमंगलम (85), और पेंच (77)।
- राष्ट्रीय बाघ जनगणना प्रत्येक चार वर्ष में राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) द्वारा राज्य वन विभागों, संरक्षण के लिए कार्यरत गैर सरकारी संगठनों और भारतीय वन्यजीव संस्थान (डब्ल्यूआईआई) के साथ साझेदारी में की जाती है।
भारत में बाघ अभयारण्य:
- भारत में वर्तमान में 55 बाघ अभ्यारण्य हैं।
- क्षेत्रफल के हिसाब से सबसे बड़ा: नागार्जुनसागर श्री शैलम टाइगर रिजर्व, आंध्र प्रदेश।
- क्षेत्रफल के हिसाब से सबसे छोटा: बोर बाघ अभयारण्य, महाराष्ट्र।
केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय: भूपेन्द्र यादव