सेशेल्स के विदेश मामलों और पर्यटन मंत्री, लुईस सिल्वेस्ट्रे राडेगोंडे, 22 नवंबर 2023 को भारत की दो दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर नई दिल्ली पहुंचे। लुईस राडेगोंडे की सेशेल्स के विदेश मंत्री के रूप में भारत की पहली आधिकारिक यात्रा है।
सिल्वेस्ट्रे राडेगोंडे के यात्रा से संबंधित मुख्य बिंदु:
- अपने यात्रा के दौरान लुईस राडेगोंडे विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात करेंगे, दोनों नेता भारत और सेशेल्स के बीच द्विपक्षीय जुड़ाव की समीक्षा करेंगे।
- भारत और सेशेल्स के बीच सौहार्दपूर्ण संबंध हैं और मंत्री सिल्वेस्ट्रे राडेगोंडे की भारत यात्रा से द्विपक्षीय संबंध और भी मजबूत होंगे।
- 1976 में सेशेल्स की आजादी के बाद उसके साथ भारत के राजनयिक संबंध स्थापित हुए थे। भारत और सेशेल्स के बीच सौहार्दपूर्ण द्विपक्षीय संबंध हैं, जो प्रधानमंत्री मोदी के 'मिशन सागर' क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा और विकास' के दृष्टिकोण को समर्थन और बढ़ावा देता है।
- विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कोविड-19 के बाद नवंबर 2020 में सेशेल्स का दो दिवसीय दौरा किये थे। उस दौरान विदेश मंत्री ने अपने दो दिवसीय दौरे में हिंद महासागर के प्रमुख देशों के शीर्ष नेतृत्व के साथ उच्च स्तरीय बैठक किए थे।
- वहीं जयशकंर ने सेशेल्स के राष्ट्रपति रामकलावन को 2021 में भारत आने का न्योता दिया भी दिए थे।
- विदेश मंत्रालय ने अपनी विज्ञप्ति में बताया कि 2020 में आरंभ किया गया, 'मिशन सागर' हिंद महासागर क्षेत्र के देशों को कोविड से संबंधित सहायता प्रदान करने के लिए एक भारतीय पहल थी।
- इस मिशन के हिस्से के रूप में, आईएनएस केसरी ने कोविड संकट से निपटने में सहायता प्रदान करने के लिए मालदीव, मॉरीशस, मेडागास्कर, कोमोरोस और सेशेल्स का दौरा किया।
मिशन सागर:
- मई 2020 में आरंभ किया गया 'मिशन सागर' हिंद महासागर क्षेत्र के तटवर्ती क्षेत्रों के देशों को कोविड-19 संबंधित सहायता प्रदान करने हेतु भारत की पहल थी। इसके तहत मालदीव, मॉरीशस, मेडागास्कर, कोमोरोस और सेशेल्स जैसे देश शामिल थे।
- इस मिशन के तहत भारतीय नौसेना हिंद महासागर क्षेत्र और उसके तटवर्ती देशों में चिकित्सा और मानवीय सहायता भेजने के लिये अपने जहाज़ों को तैनात किया था।
सागर पहल:
- सागर (सिक्योरिटी एंड ग्रोथ फॉर आल इन द रीजन-SAGAR) पहल को वर्ष 2015 में आरंभ किया गया था। यह हिंद महासागर क्षेत्र (आईओआर) के लिए भारत की रणनीतिक पहल है।
- इस पहल के माध्यम से भारत अपने समुद्री पड़ोसियों के साथ आर्थिक और सुरक्षा सहयोग को मज़बूत करने और उनकी समुद्री सुरक्षा क्षमताओं के निर्माण में सहायता करता है।
- सागर पहल के अंतर्गत भारत अपने राष्ट्रीय हितों की रक्षा करने के साथ-साथ अपने माध्यम से हिंद महासागर क्षेत्र में समावेशी, सहयोगी तथा अंतर्राष्ट्रीय कानून का सम्मान करना भी सुनिश्चित करता है।
- समुद्री क्षेत्र को प्रभावित करने वाली भारत की अन्य नीतियों, उदहारण के लिए - एक्ट ईस्ट पॉलिसी, प्रोजेक्ट सागरमाला, प्रोजेक्ट मौसम, को ब्लू इकोनॉमी आदि पर 'शुद्ध सुरक्षा प्रदाता' के रूप में देखे जाने के साथ भारत के पहलों की प्रासंगिकता और मुखर हो कर सामने आई है।
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