6 जून 2024 को, सरबजोत सिंह ने जर्मनी के म्यूनिख में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय शूटिंग स्पोर्ट्स फेडरेशन (आईएसएसएफ) विश्व कप में भारत के लिए पहला पदक जीता। ISSF विश्व कप 31 मई से 8 जून 2024 तक आयोजित किया जाएगा।
भारतीय निशानेबाज सरबजोत सिंह ने फाइनल में 242.7 अंक अर्जित कर पुरुषों की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता।
पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना के शुआईहांग बू ने रजत पदक जीता, जबकि जर्मन रॉबिन वाल्टर को कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा।
यह आईएसएसएफ विश्व कप में सरबजोत सिंह का दूसरा व्यक्तिगत स्वर्ण पदक था। पिछले साल, उन्होंने मध्य प्रदेश के भोपाल में आयोजित आईएसएसएफ विश्व कप में पुरुषों की 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता था।
सिफ्ट कौर समरा ने महिलाओं की 50 मीटर राइफल स्पर्धा में भारत के लिए दूसरा पदक, कांस्य पदक जीता। ब्रिटेन के सियोनैड मैकिन्टोश ने स्वर्ण पदक जीता, जबकि चीन के हान जियायू ने रजत पदक जीता।
भारत फिलहाल फ्रांस के साथ पदक तालिका में तीसरे स्थान पर है। दोनों देशों ने अभी तक दो-दो पदक जीते हैं । चीन 11 पदकों के साथ पदक तालिका में शीर्ष पर है, जबकि नॉर्वे 3 पदकों के साथ दूसरे स्थान पर है।
आईएसएसएफ विश्व कप ओलंपिक के बाद दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित निशानेबाज़ी प्रतियोगिता माना जाता है। इसका आयोजन विश्व निशानेबाज़ी खेल शासी निकाय, इंटरनेशनल शूटिंग स्पोर्ट्स फेडरेशन (आईएसएसएफ) द्वारा किया जाता है।
आईएसएसएफ़ का गठन 1907 में हुआ था और इसका मुख्यालय म्यूनिख, जर्मनी में है।
पहला आईएसएसएफ़ विश्व कप 1986 में मैक्सिको के मैक्सिको सिटी में आयोजित किया गया था।
1996 के बाद से, हर साल चार आईएसएसएफ़ विश्व कप आयोजित किए जाते हैं और एक ओलंपिक वर्ष में केवल तीन ही आयोजित किए जाते हैं।
हर साल आईएसएसएफ, शॉटगन विश्व कप और राइफल और पिस्टल स्पर्धाओं के लिए विश्व कप का अलग- अलग आयोजन करता है।
1988 से,आईएसएसएफ़ प्रत्येक वर्ष आईएसएसएफ़ विश्व कप फाइनल का भी आयोजन करता है। आईएसएसएफ विश्व कप फ़ाइनल में उस साल आयोजित विश्व कप में सर्वश्रेष्ठ स्कोर वाले आठ निशानेबाजों को भाग लेने की अनुमति होती है। हालाँकि, एक देश से केवल दो निशानेबाजों को ही फाइनल में भाग लेने की अनुमति है।
आईएसएसएफ विश्व कप फाइनल का नाम बदलकर अब आईएसएसएफ प्रेसिडेंट कप कर दिया गया है।
भारत ने पहली बार 1997 में शॉटगन विश्व कप की मेजबानी की, जबकि 2017 में नई दिल्ली में पहली बार भारत में राइफल और पिस्टल विश्व कप आयोजित की गई।