प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने 11 अक्टूबर 2024 को लाओ पीपुल्स डेमोक्रेटिक रिपब्लिक (पीडीआर) की अपनी दो दिवसीय आधिकारिक यात्रा संपन्न की। प्रधान मंत्री मोदी 21वें आसियान-भारत और 19वीं पूर्वी एशिया शिखर बैठक में भाग लेने के लिए 10 और 11 अक्टूबर 2024 को लाओ पीडीआर में थे।
लाओ पीडीआर, 10-सदस्यीय आसियान (दक्षिणपूर्व एशियाई देशों के संघ) के अध्यक्ष होने के नाते, 44वें और 45वें आसियान शिखर सम्मेलन की बैठक, 27वें आसियान प्लस थ्री शिखर सम्मेलन (आसियान-चीन, जापान और कोरिया गणराज्य), 21वें आसियान-भारत शिखर सम्मेलनऔर 19वीं पूर्वी एशिया शिखर बैठक की मेजबानी की।
ये सभी बैठकें लाओ पीडीआर की राजधानी वियनतियाने में आयोजित की गईं थीं।
लाओ पीडीआर के प्रधान मंत्री सोनेक्साय सिफांडोन ने प्रधान मंत्री मोदी को देश का दौरा करने और प्रासंगिक शिखर बैठक में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया था।
प्रधान मंत्री मोदी ने वियनतियाने में लुआंग प्रबांग के प्रतिष्ठित रॉयल थिएटर द्वारा प्रस्तुत रामायण के लाओ संस्करण को देखा।
लाओ में रामायण को फलक फलम या फ्रा लक फ्रा राम कहा जाता है। दक्षिण पूर्व एशियाई देशों पर भारतीय संस्कृति का गहरा प्रभाव है, और रामायण ,इंडोनेशिया और मलेशिया में स्थानीय संस्कृति का एक अभिन हिस्सा है।
प्रधानमंत्री मोदी ने लाओ पीडीआर के प्रधानमंत्री सोनेक्साय सिफांडोन से मुलाकात की और द्विपक्षीय मुद्दों पर वार्ता की। दोनों नेता ,दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने पर सहमत हुए और उनकी उपस्थिति में कई समझौतों/एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए।
21वीं आसियान-भारत शिखर बैठक 10 अक्टूबर, 2024 को वियनतियाने में आयोजित की गई थी।
इस शिखर बैठक ने मोदी सरकार की एक्ट ईस्ट नीति के 10वें वर्ष के पूरे होने को भी चिह्नित किया। बैठक में 10 आसियान देशों के नेताओं और आसियान पर्यवेक्षक देश तिमोर लेस्ते ने भाग लिया।
पहली भारत-आसियान शिखर बैठक ,2022 में नोम पेन्ह,कंबोडिया में आयोजित की गई थी और तब से यह हर साल आयोजित की जाती है।
बैठक का विषय 'कनेक्टिविटी और लचीलापन बढ़ाना' था।
बैठक के दौरान, नेता एक नई आसियान-भारत कार्य योजना (2026-2030) पर सहमत हुए जो आसियान-भारत साझेदारी की पूरी क्षमता को साकार करने में दोनों पक्षों का मार्गदर्शन करेगी।
भारत और आसियान के बीच संबंधों को व्यापक रणनीतिक साझेदारी स्तर का दर्जा देने पर सहमत हुए।
अपने भाषण के दौरान प्रधानमंत्री ने आसियान और भारत के बीच संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए 10 सूत्रीय योजना की घोषणा की। इनमें से कुछ महत्वपूर्ण योजना हैं:
19वीं पूर्वी एशिया शिखर बैठक (ईएएस) बैठक 11 अक्टूबर 2024 को वियनतियाने में आयोजित की गई। इसमें प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और पूर्वी एशियाई शिखर सम्मेलन समूह के 18 सदस्यों के नेताओं ने भाग लिया। संयुक्त राज्य अमेरिका का प्रतिनिधित्व विदेश मंत्री एंथनी ब्लिंकन ने किया।
पूर्वी एशिया शिखर सदस्य देश: आसियान के 10 सदस्य देश और भागीदार देश- ऑस्ट्रेलिया, चीन, भारत, जापान, न्यूजीलैंड, दक्षिण कोरिया, रूस और संयुक्त राज्य अमेरिका हैं।
पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन की स्थापना 2005 में आसियान और क्षेत्र की क्षेत्रीय शक्ति और निवासी शक्ति - संयुक्त राज्य अमेरिका और रूस - के बीच रणनीतिक और आर्थिक सहयोग को आगे बढ़ाने के लिए आसियान द्वारा की गई थी।
दक्षिण पूर्व एशियाई देशों का संगठन (आसियान), यूरोपीय संघ के साथ, दुनिया के सबसे सफल क्षेत्रीय संगठनों में से एक माना जाता है।
इसमें दक्षिण पूर्व एशिया के10 सदस्य देश शामिल हैं और इसकी स्थापना 1967 में हुई थी।
10 सदस्य देश : इंडोनेशिया, थाईलैंड, ब्रुनेई, लाओ पीडीआर, म्यांमार, कंबोडिया, मलेशिया, फिलीपींस, वियतनाम और सिंगापुर।
पर्यवेक्षक देश - तिमोर लेस्ते
मुख्यालय: जकार्ता, इंडोनेशिया