सुश्री मैया सैंडू ने 24 दिसंबर 2024 को चार साल के अपने दूसरे कार्यकाल के लिए यूरोपीय देश मोल्दोवा के राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली। सुश्री मैया सैंडू पहली बार 2020 में मोल्दोवा की राष्ट्रपति बनीं थी।
सोवियत संघ के पतन के बाद 1991 में स्वतंत्रत हुए मोल्दोवा की राष्ट्रपति बनने वाली वह पहली महिला हैं। मोल्दोवा के संविधान के अनुसार, कोई व्यक्ति चार साल के दो कार्यकालों के लिए देश का राष्ट्रपति बन सकता है।
मैया सैंडू के शासन काल में मोल्दोवा की रूस से दूरी बढ़ती चली गई है और उसने पश्चिमी देशों के साथ अपने संबंध मजबूत करने की नीति का पालन किया है । उनके शासन काल में मोल्दोवा ने 2022 में 27 देशों के यूरोपीय संघ में सदस्यता के लिए आवेदन भी किया है । रूस की पुतिन सरकार मोल्दोवा की इन नीतियों के खिलाफ है और उसके मैया सैंडू सरकार के साथ संबंध अच्छे नहीं हैं।
मोल्दोवा में 20 अक्टूबर 2024 को राष्ट्रपति चुनाव हुआ। राष्ट्रपति चुनाव के साथ ही देश में यूरोपीय संघ में शामिल होने या न होने पर एक जनमत संग्रह भी हुआ।
50.35% मतदाताओं ने यूरोपीय संघ में शामिल होने का समर्थन किया। हालांकि, राष्ट्रपति चुनाव में कोई भी उम्मीदवार 50% वोट हासिल नहीं कर पाया।
नवंबर 2024 में पहले चरण के राष्ट्रपति चुनाव में सबसे अधिक मत प्राप्त करने वाले दो उम्मीदवारों के बीच द्वितीय चरण का मतदान हुआ।
द्वितीय चरण के चुनाव में, एक्शन एंड सॉलिडेरिटी पार्टी की 52 वर्षीय पूर्व विश्व बैंक सलाहकार मैया सैंडू को 55.33% वोट के साथ निर्वाचित घोषित किया गया।
उन्होंने अपने प्रतिद्वंद्वी एलेक्जेंडर स्टोइयानोग्लो को हराया, जिन्हें रूस समर्थक समाजवादियों का समर्थन प्राप्त था।
मैया सैंडू देश के बाहर रहने वाले मोल्दोवियों के वोटों के कारण चुनाव जीतीं, क्योंकि देश के अंदर उन्हें अपने प्रतिद्वंद्वी से काम मत मिला था।
मोल्दोवियन संविधान देश के बाहर रहने वाले मोल्दोवियों को मतदान करने की अनुमति देता है।
मोल्दोवा सोवियत संघ का हिस्सा था और सोवियत संघ के पतन के बाद 1991 में इसे स्वतंत्रता मिली।
26 लाख लोगों के इस छोटे से देश में रूसी भाषी लोगों की एक बड़ी आबादी है।
माया सैंडू के सत्ता में आने के बाद, देश ने यूरोप समर्थक नीति अपनाई और रूस से दूर जाना शुरू कर दिया।
2021 में यूक्रेन पर रूसी आक्रमण के बाद, मोल्दोवा ने 2022 में यूरोपीय संघ की सदस्यता के लिए आवेदन किया, जिसका रूसियों द्वारा कड़ा विरोध किया जा रहा है।
रूस ने घोषणा की है कि वह 1 जनवरी 2025 से मोल्दोवा को प्राकृतिक गैस की आपूर्ति बंद कर देगा।
देश की लगभग 75 प्रतिशत बिजली उत्पादन रूस द्वारा आपूर्ति की जाने वाली प्राकृतिक गैस पर आधारित है।
राष्ट्रपति सैंडू ने देश में रूसी गैस की अपेक्षित कटौती के कारण पहले ही आपातकाल की घोषणा कर दी है।
रूस , मोल्दोवा से अलग हुए क्षेत्र ट्रांसनिस्ट्रिया में अपने सैनिकों अड्डे बना रखे हैं और उसके सैनिक वहाँ पर तैनात है।
यह यूरोप में एक स्थलरुद्ध देश है।
राजधानी: चिशिनाउ
मुद्रा: मोल्दोवन लियू
अध्यक्ष: मैया सैंडू