ल्यूक फ्रीडेन ने लक्जमबर्ग के नए प्रधानमंत्री के रूप में कार्यभार संभाला। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ल्यूक फ्रीडेन को लक्जमबर्ग के प्रधानमंत्री बनने पर शुभकामनाएं दी हैं।
क्रिश्चियन सोशल पीपल्स पार्टी (सीएसवी) के नेता हैं ल्यूक फ्रीडेन:
- लक्ज़मबर्ग की मध्य-दक्षिणपंथी क्रिश्चियन सोशल पीपल्स पार्टी (सीएसवी) 19 नवंबर 2023 के आम चुनाव में विजेता के रूप में उभरकर सामने आए, जबकि प्रधानमंत्री जेवियर बेट्टेल के सत्तारूढ़ उदारवादी गठबंधन, पूर्ण बहुमत प्राप्त करने में विफल रहा।
- सीएसवी 29 प्रतिशत वोट के साथ 60 में से 21 सीटें जीतकर पहले स्थान पर रही।
- सोशलिस्ट और लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी से बने वर्तमान गठबंधन ने केवल 29 सीटें प्राप्त कीं, जो बहुमत से थोड़ा कम रह गया क्योंकि ग्रीन्स को पाँच सीटों का नुकसान हुआ।
- नतीजों ने सीएसवी को गठबंधन सरकार का नेतृत्व करने के लिए मजबूत स्थिति में ला दिया है।
- सीएसवी नेता ल्यूक फ्रीडेन ने 19 नवंबर 2023 की रात को अपनी पार्टी की जीत की सराहना करते हुए कहा कि "मतदाताओं ने एक अलग सरकार और एक अलग नीति के लिए बड़े पैमाने पर मतदान किया है।"
लक्समबर्ग:
- लक्जमबर्ग पश्चिमी यूरोप का एक छोटा सा देश है। यह बेल्जियम, फ्रांस और जर्मनी के साथ सीमा साझा करता है। लक्जमबर्ग का क्षेत्रफल 2586 वर्ग किलोमीटर है, जबकि जनसंख्या पाँच लाख के करीब है।
- राजधानी: लक्समबर्ग सिटी।
- मुद्रा: यूरो (पूर्व में फ्रैंक था जो अब अप्रचलित हो चुकी है)।
- मुख्य भाषाएँ: जर्मन, फ़्राँसिसी और लक्सेम्बर्गी भाषा हैं।
- शासक: राजा-समान ग्रैंड ड्यूक।
- शासन का प्रकार: लक्जमबर्ग में संसदीय लोकतांत्रिक व्यवस्था है, जबकि संवैधानिक रूप से राजा सर्वोच्च होता है। लक्जमबर्ग एक विकसित देश है, जहाँ प्रतिव्यक्ति सकल घरेलू उत्पाद सर्वाधिक है।
- लक्जमबर्ग यूरोपीय संघ, नाटो, संयुक्त राष्ट्र संघ, यूरोपीय संघ और ओईसीडी का संस्थापक सदस्य है, जो देश में आर्थिक, राजनीतिक और सैन्य एकीकरण पर सर्वसम्मति को दर्शाता है।
- सांस्कृति रूप से लक्जमबर्ग ने रोमन यूरोप और जर्मन यूरोप की सांस्कृतिक विशेषताओं को अपनाया है।
- लक्जमबर्ग में जर्मन, फ्रेंच और लक्समबर्गी भाषाएं बोली जाती हैं और ये तीनों ही इसकी आधिकारिक भाषाएं हैं। धर्मनिरपेक्ष होने के बावजूद, लक्समबर्ग रोमन कैथोलिक के प्रभाव वाला देश है।