भारतीय सेना, नई दिल्ली में इंडो-पैसिफिक आर्मीज़ चीफ्स कॉन्क्लेव (आईपीएसीसी) के दो दिवसीय (26 और 27 सितंबर 2023) 13वें संस्करण की मेजबानी करेगी। भारतीय सेना, 13वें आईपीएसीसी के साथ 47वें इंडो-पैसिफिक आर्मीज मैनेजमेंट सेमिनार (आईपीएएमएस) और सीनियर एनलिस्टेड लीडर्स फोरम (एसईएलएफ) की सह-मेजबानी भी करेगी।
इंडो-पैसिफिक आर्मीज़ चीफ्स कॉन्क्लेव (आईपीएसीसी) की शुरुआत 1999 में संयुक्त राज्य अमेरिका की सेना द्वारा आपसी हित साझा करने वाले देशों के सेना प्रमुखों के बीच आपसी हित के मुद्दों पर चर्चा करने के लिए की गई थी।
आईपीएसीसी एक द्विवार्षिक कार्यक्रम है जो संयुक्त राज्य अमेरिका सेना द्वारा सह-मेजबान देश के साथ आयोजित किया जाता है। इस वर्ष, भारतीय सेना आईपीएसीसी का सह-मेजबान है।
आईपीएसीसी का विषय 'शांति के लिए एक साथ: भारत-प्रशांत क्षेत्र में शांति और स्थिरता बनाए रखना' है।
इस कार्यक्रम में 22 देशों के पंद्रह सेना प्रमुख और प्रतिनिधिमंडल शामिल होंगे।
कॉन्क्लेव का उद्देश्य बढ़ते चीनी खतरे के खिलाफ एशिया-प्रशांत क्षेत्र में शांति, समृद्धि और स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए एक आम रणनीति विकसित करना है।
कॉन्क्लेव में संकट की स्थितियों में सैन्य कूटनीति की भूमिका , क्षेत्र के सशस्त्र बलों बीच सहयोग बढ़ाने और अंतरसंचालनीयता पर चर्चा की जाएगी।
इंडो-पैसिफिक आर्मीज़ मैनेजमेंट सेमिनार (आईपीएएमएस) हर साल यूएस आर्मी पैसिफिक द्वारा एक सह-मेजबान देश के साथ आयोजित किया जाता है। यह क्षेत्र की सेनाओं के सबसे बड़े सम्मेलनों में से एक है।
भारतीय थल सेनाध्यक्ष: जनरल मनोज पांडे