सीखने के लिए तैयार हैं?
अपने शैक्षणिक लक्ष्यों को प्राप्त करने की दिशा में पहला कदम उठाएँ। चाहे आप परीक्षा की तैयारी कर रहे हों या अपने ज्ञान का विस्तार कर रहे हों, शुरुआत बस एक क्लिक दूर है। आज ही हमसे जुड़ें और अपनी पूरी क्षमता को अनलॉक करें।
832, utkarsh bhawan, near mandap restaurant, 9th chopasani road, jodhpur rajasthan - 342003
support@utkarsh.com
+91-9829213213
सीखने के साधन
Rajasthan Govt Exams
Central Govt Exams
Civil Services Exams
Nursing Exams
School Tuitions
Other State Govt Exams
Agriculture Exams
College Entrance Exams
Miscellaneous Exams
© उत्कर्ष क्लासेज एंड एडुटेक प्राइवेट लिमिटेड सभी अधिकार सुरक्षित
होम
राज्य सामयिकी
मध्य प्रदेश
बोत्सवाना से 8 चीते मध्य प्रदेश के गांधी सागर अभयारण्य में स्थानांतरित किए जाएंगे
Utkarsh Classes
Updated: 21 Apr 2025
4 Min Read
मध्य प्रदेश सरकार ने घोषणा की है कि भारत जल्द ही अपने प्रोजेक्ट चीता के तहत बोत्सवाना से आठ चीते भारत लाया जाएगा और उन्हें मध्य प्रदेश के जंगलों में स्थानांतरित किया जाएगा । भारत सरकार, केन्या और दक्षिण अफ्रीका से और चीते लाने और उन्हें भारत में स्थानांतरित करने की भी योजना बना रही है।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने 20 अप्रैल 2025 को कुनो नेशनल पार्क से दो चीते गांधी सागर वन्यजीव अभयारण्य में छोड़े।
विश्व में चीते सिर्फ अफ्रीका और ईरान में अपने प्राकृतिक आवास में पाए जाते हैं। भारत सरकार अपने प्रोजेक्ट चीता के तहत अफ्रीकी देशों से चीतों को भारत में स्थानांतरित कर रही है।
भारत सरकार ने आधिकारिक तौर पर 1952 में चीते को विलुप्त जानवर घोषित किया था।
बोत्सवाना से चीते दो चरणों में लाए जाएंगे
राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) के अनुसार, बोत्सवाना से चीते दो चरणों में लाए जाएंगे।
पहले चरण में, मई 2025 में चार चीते भारत लाए जाएंगे।
दूसरे चरण में, अगले महीनों में चार और चीते भारत लाए जाएंगे।
केंद्रीय वन, पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के तहत एनटीसीए, प्रोजेक्ट चीता की कार्यान्वयन एजेंसी है।
चीतों को मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले में स्थित गांधी सागर वन्यजीव अभयारण्य में छोड़ा जाएगा।
अब तक नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से लाए गए चीतों को मध्य प्रदेश के कुनो राष्ट्रीय उद्यान में स्थानांतरित किया गया है।
राज्य सरकार ने गांधी सागर अभयारण्य में बोत्सवाना चीतों के लिए 8,900 हेक्टेयर क्षेत्र विकसित किया है।
गांधी सागर अभयारण्य में चित्तीदार हिरण, सांभर आदि बहुतायत में पाये जाते हैं जो चीतों के लिए पर्याप्त भोजन उपलब्ध कराएगा।
चीता (एसिनोनिक्स जुबेटस) धरती पर सबसे तेज़ स्तनपायी जीव है, जो अधिकतम 121 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार से दौड़ सकता है।
2009 में, केंद्र सरकार ने प्रोजेक्ट चीता की घोषणा की, जिसके तहत अफ्रीका और ईरान से चीतों को भारत में स्थानांतरित किया जाना था।
यह दुनिया की पहली चीता स्थानांतरण परियोजना थी।
उच्चतम न्यायालय की मंज़ूरी के बाद, केंद्र सरकार ने देश के विभिन्न राष्ट्रीय उद्यानों में 50 चीतों को स्थानांतरित करने की पाँच वर्षीय योजना की घोषणा की।
ईरान के इनकार के बाद, भारत ने चीतों को भारत लाने के लिए नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने जन्मदिन, 17 सितंबर 2022 को मध्य प्रदेश के कुनो नेशनल पार्क में नामीबिया से लाए गए आठ चीतों को छोड़ा और प्रोजेक्ट चीता का आधिकारिक तौर पर शुभारंभ किया।
फरवरी 2023 में, दक्षिण अफ्रीका से 12 और चीते कुनो लाये गए।
वर्तमान में कुनो राष्ट्रीय उद्यान में 26 चीते हैं।
यह दक्षिणी अफ्रीका में एक भूमि से घिरा हुआ देश है।
यह एक ब्रिटिश उपनिवेश था और इसे बेचुआनालैंड कहा जाता था।
इसे 1966 में स्वतंत्रता मिली।
राजधानी: गैबोरोन
मुद्रा: पुला
राष्ट्रपति: ड्यूमा बोको
यह भी पढ़ें:
विश्व वन्यजीव दिवस 2025 पर पीएम मोदी ने सासन गिर में एनबीडबल्यूएल बैठक की अध्यक्षता की
टॉप पोस्ट
Recently viewed posts
Frequently asked questions
Still have questions?
Can't find the answer you're looking for? Please contact our friendly team.
अपने नजदीकी सेंटर पर विजिट करें।
Download All Exam PYQ PDFS Free!!!
Previous 5+ year Questions Papers se karen damdar practice