भारत और ओमान ने दोहरे कराधान बचाव समझौते (डीटीएए) में संशोधन के लिए एक प्रोटोकॉल पर हस्ताक्षर किए हैं और प्रस्तावित भारत-ओमान व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौते (सीईपीए) पर बातचीत जारी रखने पर भी सहमति व्यक्त की है।
केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल की ओमान यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच इस पर सहमति बनी।
पीयूष गोयल 27-28 जनवरी 2025 को ओमान की दो दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर थे।
पीयूष गोयल ओमान की राजधानी मस्कट में आयोजित भारत-ओमान संयुक्त आयोग की बैठक के 11वें सत्र में भाग लेने के लिए ओमान में थे। बैठक की सह-अध्यक्षता पीयूष गोयल और ओमान के वाणिज्य, उद्योग और निवेश संवर्धन मंत्री क़ैस बिन मोहम्मद अल यूसुफ ने की।
बैठक के दौरान, दोनों नेताओं ने व्यापार, निवेश, प्रौद्योगिकी, खाद्य सुरक्षा, नवीकरणीय ऊर्जा और अन्य प्रमुख क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ावा देने के लिए उठाए जाने वाले कदमों पर चर्चा की।
दोनों मंत्री भारत-ओमान व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौते (सीईपीए) पर शीघ्र हस्ताक्षर के लिए बातचीत में तेजी लाने पर भी सहमत हुए।
भारत ने इस क्षेत्र में संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के साथ ऐसा समझौता किया है।
भारत और ओमान के बीच ऐतिहासिक संबंध 5000 साल पुराने हैं।
1955 में दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंध स्थापित हुए और 2008 में इसे रणनीतिक साझेदारी में उन्नत किया गया।
2023 में, भारत ओमान के कच्चे तेल निर्यात के लिए चौथा सबसे बड़ा बाजार था।
भारत 2023 में ओमान के लिए आयात का तीसरा सबसे बड़ा स्रोत है।
2023-24 में ओमान को भारत का निर्यात 4.426 अरब डॉलर था जबकि ओमान से आयात 4.520 अरब डॉलर था
ओमान सल्तनत एक अरब मुस्लिम देश है जो अरब प्रायद्वीप के दक्षिणपूर्वी तट पर स्थित है।
इसकी अर्थव्यवस्था कच्चे पेट्रोलियम तेलों के निर्यात पर निर्भर है।
राजधानी: मस्कट
मुद्रा: ओमानी रियाल
राजा/सुल्तान: हैथम बिन तारिक अल सैद
महत्वपुर्ण फुलफॉर्म
डीटीएए /DTAA: डबल टैक्सेशन अवोइडेंस अग्रीमेंट (Double Taxation Avoidance Treaty)