2024 वैश्विक नवाचार सूचकांक(जीआईआई) में भारत की रैंकिंग में एक पायदान की वृद्धि कर 39 हो गई है। पिछले, 2023 संस्करण में भारत का विश्व में 40वां स्थान था। पिछले नौ वर्षों में भारत की रैंकिंग में 42 पायदान का सुधार हुआ है। 2015 में इस सूचकांक में भारत का स्थान 81वां जो 2024 में बढ़कर 39 वां हो गया है।
स्विट्जरलैंड ने इस साल भी सूचकांक में अपना शीर्ष स्थान बरकरार रखा है जबकि अफ्रीकी देश अंगोला सबसे निचले स्थान,133 पर है।
विश्व बौद्धिक संपदा संगठन ने 26 सितंबर 2024 को वैश्विक नवाचार सूचकांक का 17वां संस्करण जारी किया, जिसमें देशों को उनके नवाचार गुणों के आधार पर रैंकिंग दी गई।
वैश्विक नवाचार सूचकांक, 2007 से हर साल विश्व बौद्धिक संपदा संगठन (डब्ल्यूआईपीओ) द्वारा प्रकाशित किया जाता है। 17वें संस्करण में, 133 देशों और दुनिया के शीर्ष 100 विज्ञान और प्रौद्योगिकी समूहों को उनके नवाचार प्रदर्शन के आधार पर रैंक किया गया है।
देशों का मूल्यांकन लगभग 80 संकेतकों पर किया जाता है जिन्हें चार मापदंडों में बांटा गया है: विज्ञान और नवाचार निवेश, तकनीकी प्रगति, प्रौद्योगिकी अपनाना और नवाचार का सामाजिक आर्थिक प्रभाव।
इस साल भी वैश्विक नवाचार सूचकांक में स्विट्जरलैंड शीर्ष स्थान पर है । यह लगातार 14वां साल है जब स्विट्जरलैंड को सूचकांक में नंबर 1 स्थान दिया गया है। पिछले वर्ष की तरह, स्वीडन और संयुक्त राज्य अमेरिका ने क्रमशः अपना दूसरा और तीसरा स्थान बरकरार रखा है ।
वैश्विक नवाचार सूचकांक में शीर्ष 10 स्थान वाले देशों की सूची निम्नलिखित है
विश्व बौद्धिक संपदा संगठन (डब्ल्यूआईपीओ)
विश्व बौद्धिक संपदा संगठन (डब्ल्यूआईपीओ) की स्थापना 1967 में संयुक्त राष्ट्र की विशेष एजेंसी के रूप में की गई थी।
डब्ल्यूआईपीओ दुनिया भर में बौद्धिक संपदा को बढ़ावा देता है और सरकारों, व्यवसायों और समाज को बौद्धिक संपदा के लाभों का एहसास कराने में मदद करता है।
डबल्यूआईपीओ का मुख्यालय: जिनेवा, स्विट्जरलैंड
डबल्यूआईपीओ के महानिदेशक: डैरेन टैंग
सदस्य-193 देश