संयुक्त राज्य अमेरिका, फिलीपींस और जापान के नेताओं के बीच पहली त्रिपक्षीय शिखर बैठक 11 अप्रैल 2024 को व्हाइट हाउस, वाशिंगटन डी.सी. में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन द्वारा आयोजित की गई थी। संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति जो बिडेन ने अपने करीबी सहयोगियों, जापान और फिलीपींस की रक्षा के लिए अमेरिकी सरकार की प्रतिबद्धता की पुष्टि की है। जापान और फिलीपींस,दोनों देश चीन के साथ क्षेत्रीय विवाद का सामना कर रहे हैं।
फिलीपींस और जापान दोनों का संयुक्त राज्य अमेरिका (यूएस) के साथ रक्षा समझौता है, और अमेरिकी सेना के जापान में स्थायी सैन्य अड्डे है जबकि उसको फिलीपींस के सैन्य अड्डों तक पहुंच का अधिकार रखती है।
शिखर बैठक से ठीक पहले, फिलीपींस की इस शिकायत के बाद की चीन की सेना उसकी सेनाओं को परेशान कर रहा , फिलीपींस, जापान, संयुक्त राज्य अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया की समुद्री सेनाओं ने 7 अप्रैल 2024 को फिलीपींस के विशेष आर्थिक क्षेत्र में समुद्री सहकारी गतिविधि (एमसीए) नामक एक संयुक्त समुद्री अभ्यास भी किया था।
चीन के साथ फिलीपींस और जापान के बीच बढ़ते तनाव की पृष्ठभूमि में संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा पहली बार त्रिपक्षीय शिखर सम्मेलन की मेजबानी की गई थी। शिखर बैठक में जापानी प्रधान मंत्री फुमियो किशिदा और फिलीपींस के राष्ट्रपति फर्डिनेंड मार्कोस जूनियर ने भाग लिया।
चीन और फिलीपींस के बीच विवाद
चीन और फिलीपींस के बीच हालिया तनाव दूसरे थॉमस शोल पर केंद्रित है, जो फिलीपींस के पलावन द्वीप से लगभग 200 किलोमीटर दूर स्थित है। दूसरा थॉमस शोल स्प्रैटली द्वीप समूह में स्थित एक जलमग्न चट्टान है। चीन स्प्रैटली द्वीप पर भी अपना दावा करता है।
1999 में, फिलीपींस नौसेना ने इस क्षेत्र पर अपना दावा मजबूत करने के लिए एक जहाज, बीआरपी सिएरा माद्रे को जान-बूझकर डूबो दिया। तब से, फिलीपींस नौसेना के जवान जलमग्न जहाज पर तैनात हैं।
चीन दूसरे थॉमस शोल पर अपना दावा करता है जो फिलीपींस के विशेष आर्थिक क्षेत्र में स्थित है। चीनियों ने फिलीपिंस द्वारा आपूर्ति पहुंचाने और अस्थायी चौकी से सैनिकों को लाने ले जाने के लिए शुरू किए गए रोटेशन और पुनः आपूर्ति मिशन को नियमित रूप से अवरुद्ध करने और परेशान करने की कोशिश करता है। हाल ही में, चीनी तट रक्षक ने जलमग्न जहाज पर तैनात फिलीपींस के नौसेना कर्मियों को आपूर्ति करने की कोशिश कर रहे एक फिलीपींस जहाज पर पानी की बौछारें कीं थीं जिसमे फिलीपिंस के कई नौसैनिक घायल भी हुए थे।
अमेरिका चीन के साथ विवाद में फिलीपींस का समर्थन करता है और कहता है कि दूसरा थॉमस शोल फिलीपींस का हिस्सा है और अमेरिका ,अमेरिका और फिलीपींस रक्षा संधि 1951 के तहत फिलीपींस की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।
चीन और जापान के बीच विवाद
चीन और जापान के बीच विवाद सेनकाकू द्वीप को लेकर है जिसे चीन डियाओयस द्वीप कहता है। यह द्वीप जापान के नियंत्रण में है।
2008 से, चीन सेनकाकू द्वीप समूह के जल क्षेत्र में अपने दावे को मजबूत करने के लिए प्रायः अपनी जहाज भेज रहा है, और बार-बार जापानी क्षेत्रीय जल में घुसपैठ कर रहा है।
संयुक्त राज्य अमेरिका की भी जापान के साथ रक्षा संधि है और उसने कहा है कि सेनकाकु द्वीप जापान का हिस्सा है और यह उसके अंतर्गत आता है।
सेनकाकू और दूसरा थॉमस शोल दोनों दक्षिण चीन सागर में स्थित हैं। दक्षिण चीन सागर रणनीतिक रूप से बहुत महत्वपूर्ण क्षेत्र है। यह एक अत्यधिक महत्वपूर्ण व्यापारिक मार्ग है और इसमें संभावित तेल और गैस भंडार भी माजूद हैं। चीन दक्षिण चीन सागर के बड़े हिस्से पर अपना दावा कर रहा है और इस क्षेत्र में कई देशों वियतनाम, इंडोनेशिया, मलेशिया, फिलीपींस के साथ उसका सीधा टकराव चल रहा है।