हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी ने ऐतिहासिक, लगातार तीसरी बार सत्ता में वापस आई और केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस गठबंधन ने सरकार बनाने के लिए बहुमत हासिल कर लिया है।
हरियाणा में 5 अक्टूबर 2024 को एक ही चरण में वोटिंग हुई। जम्मू-कश्मीर में तीन चरणों में 18 सितंबर, 25 सितंबर और 1 अक्टूबर 2024 को मतदान हुआ। वोटों की गिनती 8 अक्टूबर 2024 को हुई।
2019 में जम्मू-कश्मीर का दर्जा राज्य से केंद्र शासित प्रदेश में बदलने के बाद पहली बार नई विधान सभा के गठन के लिए चुनाव हुआ।
वर्तमान 14वीं हरियाणा विधानसभा का कार्यकाल 3 नवंबर 2024 को समाप्त हो रहा है।
1 नवंबर 1966 को हरियाणा राज्य के गठन के बाद से कोई भी पार्टी राज्य में लगातार तीन विधान सभा चुनाव नहीं जीत पाई है।
भाजपा हरियाणा राज्य के इतिहास में लगातार तीसरी बार सत्ता में लौटने वाली पहली राजनीतिक पार्टी बन गई। इसने 2014, 2019 और 2024 के विधान सभा चुनाव जीत कर सरकार बनाई है ।
भारतीय जनता पार्टी पहली बार 2014 में हरियाणा में सत्ता में आई जब उसने 90 सदस्यीय विधानसभा में 47 सीटें हासिल कीं। 2019 के विधान सभा चुनाव में, भारतीय जनता पार्टी 40 सीटों के साथ अपने दम पर बहुमत हासिल करने में विफल रही। उसने दुष्यन्त चौटाला की जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) के साथ गठबंधन करके राज्य में गठबंधन सरकार बनाई।
15वीं हरियाणा विधान सभा के गठन के लिए 5 अक्टूबर 2024 को एक ही चरण में राजय में चुनाव हुआ। हरियाणा विधानसभा में 90 सीटें हैं और भारत निर्वाचन आयोग के अनुसार, हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में मतदान प्रतिशत 65.65 था।
भारतीय जनता पार्टी ने 48 सीटें जीतीं जबकि मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने 37 सीटें जीतीं। भारतीय लोकदल ने 2 सीटें जीतीं जबकि 3 सीटें निर्दलीयों ने जीतीं।
केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद जम्मू कश्मीर में पहली बार विधान सभा चुनाव हुआ । 31 अक्टूबर 2019 को जम्मू कश्मीर राजय को केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर और केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख में विभाजित कर दिया गया।
केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख में कोई विधान सभा नहीं है।
जम्मू-कश्मीर में 10 साल बाद विधान सभा का चुनाव हुआ । इससे पहले एकीकृत राज्य जम्मू-कश्मीर में आखिरी विधानसभा चुनाव 2014 में हुआ था।
सुप्रीम कोर्ट ने दिसंबर 2023 में चुनाव आयोग को 30 सितंबर 2024 तक क्षेत्र में चुनाव प्रक्रिया समाप्त करने का निर्देश दिया था।
निर्वाचन आयोग के अनुसार ,2024 के विधानसभा चुनाव में मतदान का प्रतिशत 63.9 था।
केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में जिन 90 सीटों पर मतदान हुआ, उनमें से नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेतृत्व वाले गठबंधन ने 49 सीटें जीतीं। नेशनल कॉन्फ्रेंस ने 42 सीटें, कांग्रेस ने 6 और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) ने 1 सीट जीती।
भारतीय जनता पार्टी 29 सीटों के साथ दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी, जबकि पूर्व मुख्यमंत्री महबोबा मुफ्ती की पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) ने तीन सीटें जीतीं।
वर्तमान विधान सभा का कार्यकाल पाँच वर्ष है। जब जम्मू-कश्मीर राज्य था तब उसकी विधान सभा का कार्यकाल छह वर्ष था।