थिंकटैंक इन्फ्लुएंसमैप द्वारा जारी एक रिपोर्ट के अनुसार, पिछले सात वर्षों में जीवाश्म ईंधन और सीमेंट से दुनिया भर में उत्सर्जित कार्बन उत्सर्जन के 80% भाग के लिए सिर्फ 57 कंपनियां जिम्मेदार हैं। ये 57 कंपनियां तेल, गैस, कोयला और सीमेंट के उत्पादन से जुड़ी हैं।
रिपोर्ट के मुख्य बिंदु:
- थिंकटैंक द्वारा जारी रिपोर्ट के निष्कर्षों में कहा गया है कि 2015 में पेरिस जलवायु परिवर्तन समझौते के तहत निर्धारित शुद्ध शून्य लक्ष्य प्राप्त नहीं किया जा सका है। अभी तक सरकारें जीवाश्म ईंधन उत्पादन पर महत्वपूर्ण प्रभाव नहीं डाल पाए हैं।
- इन्फ्लुएंसमैप रिपोर्ट के अनुसार उच्च उत्सर्जन वाले उद्योगों में उत्पादन की स्थिति एक गंभीर स्तर पर है। सीमेंट और जीवाश्म ईंधन का उत्पादन अभूतपूर्व स्तर पर पहुंच गया है। अधिकांश उत्सर्जन वृद्धि अपेक्षाकृत कम संख्या वाली बड़ी कंपनियों के कारण हुई है।
कार्बन मेजर्स डेटाबेस के आकड़े का उपयोग:
- रिपोर्ट में दुनिया के सबसे बड़े 122 तेल, गैस, कोयला और सीमेंट उत्पादकों से जीवाश्म ईंधन उत्पादन डेटा प्रदान करने के लिए कार्बन मेजर्स डेटाबेस का उपयोग किया है।
- कार्बन मेजर्स डेटाबेस की स्थापना ‘क्लाइमेट अकाउंटेबिलिटी इंस्टिट्यूट’ के रिचर्ड हीड द्वारा 2013 में किया गया था।
दुनिया को और अधिक कठोर कदम उठाने की आवश्यकता:
- इन बड़ी जीवाश्म ईंधन कंपनियों की प्रगति में कमी का अर्थ है कि दुनिया में कार्बन उत्सर्जन में कमी लाना।
- अगर देशों को वैश्विक तापन को 2 डिग्री सेल्सियस से नीचे रखने के पेरिस समझौते के लक्ष्य को पूरा करना है तो अभी और अधिक कठोर कदम उठाने की आवश्यकता है।
- कार्बन मेजर्स डेटाबेस के अनुसार, उत्सर्जन कटौती पर प्रगति की कमी के लिए कंपनियों और देशों को जवाबदेह ठहराया जाना जरूरी है।
- कंपनियों को यह परिभाषित करने की आवश्यकता है कि पेरिस समझौते के लक्ष्यों के साथ सर्वोत्तम तरीके से कैसे तालमेल बिठाया जाए। साथ ही उनकी प्रगति की निगरानी की जाए।
- इसे पूरा करने के लिए, क्वींसलैंड, ऑक्सफोर्ड और प्रिंसटन विश्वविद्यालयों के अनुसंधानकर्ताओं की टीम ने एक रूपरेखा विकसित की है। जो पेरिस-संरेखित मार्गों के विपरीत कंपनियों की प्रगति पर नज़र रखने के लिए सख्त विज्ञान-आधारित आवश्यकताओं का खाका तैयार करती है।
- संबंधित एक अनुवर्ती अध्ययन में कार्बन मेजर्स डेटाबेस में इस ढांचे को लागू किया गया है। साथ ही टीम ने जलवायु परिवर्तन पर अंतर सरकारी पैनल के कई पेरिस-संरेखित वैश्विक परिदृश्यों के विपरीत 142 जीवाश्म ईंधन कंपनियों के लिए उत्पादन बजट संरेखित किया है।
2014 से 2020 के बीच जीवाश्म कंपनियां लक्ष्य से अधिक किया उत्पादन:
- वर्ष 2014 और 2020 के बीच, कोयला, तेल और गैस कंपनियों ने अपने लक्ष्य से क्रमशः 64, 63 और 70 प्रतिशत अधिक उत्पादन किया। इस सन्दर्भ में अधिक विवरण ‘आर यू पेरिस कंप्लाइंट’ वेबसाइट पर देखा जा सकता है।
सरकारी स्वामित्व वाली कंपनियां जिम्मेदार:
- सात वर्ष की अवधि में तैयार इन्फ्लुएंसमैप रिपोर्ट के अनुसार, इस वृद्धि के लिए सरकारी स्वामित्व वाली कंपनियां जिम्मेदार हैं।
- निवेशक-स्वामित्व वाली कंपनियों के लिए अधिक पारदर्शिता उपलब्ध होगी।
- वैश्विक लेखांकन को मानकीकृत करने वाली एक गैर-लाभकारी संस्था ‘इंटरनेशनल फाइनेंशियल स्टैंडर्ड्स फाउंडेशन’ ने 2023 में नए जलवायु-संबंधित प्रकटीकरण मानक जारी किए।
- इन्हें निवेशकों, राजनीतिज्ञों और जनता को अधिक पारदर्शी एवं सुसंगत डेटा तक पहुंच प्रदान करनी चाहिए। इससे कंपनियों के जलवायु प्रदर्शन या उसके अभाव का सटीक आकलन करना उनके लिए बहुत आसान हो जाएगा।