हर साल 17 सितंबर को विश्व रोगी सुरक्षा दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह दिन सार्वजनिक जागरूकता बढ़ाने, वैश्विक समझ बढ़ाने, वैश्विक एकजुटता और रोगी सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए सरकारों द्वारा कार्रवाई को बढ़ावा देने के लिए मनाया जाता है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार, इस दिन का उद्देश्य रोगियों, परिवारों, नीति निर्माताओं, स्वास्थ्य देखभाल नेताओं, स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं और रोगी संगठनों सहित हितधारकों को एक स्वास्थ्य देखभाल नीति तैयार करने के लिए सहयोगात्मक रूप से काम करने के लिए प्रभावित करना है जो मरीज़ के वास्तविक जरूरतों और प्राथमिकताओं को दर्शाता है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार रोगी सुरक्षा का अर्थ है कि सभी व्यक्तियों को गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सेवाएँ उपलब्ध करना ।
इसमें मरीज को डॉक्टरों और पैरामेडिक्स जैसे प्रशिक्षित स्वास्थ्य पेशेवरों तथा सस्ती गुणवत्ता वाली दवा तक पहुंच शामिल है।
यह रोगी की सुरक्षा और स्वास्थ्य देखभाल से जुड़े संक्रमणों की रोकथाम और रोगाणुरोधी प्रतिरोध को कम करने के लिए स्वच्छता के महत्व पर भी जोर देता है।
पर्याप्त रोगी सुरक्षा के महत्व पर जोर देने के लिए डब्ल्यूएचओ ने 2019 में अपनी 72वीं विश्व स्वास्थ्य सभा में 17 सितंबर को विश्व रोगी सुरक्षा दिवस के रूप में मनाने के लिए एक प्रस्ताव पारित किया था ।
पहला रोगी सुरक्षा दिवस 2019 में मनाया गया था।
विश्व रोगी सुरक्षा दिवस 2023 का विषय “रोगी सुरक्षा के लिए रोगियों को शामिल करना” है।
डबल्यूएचओ ,7 अप्रैल 1948 को संयुक्त राष्ट्र की एक विशेष एजेंसी के रूप में अस्तित्व में आया।
यह एक प्रमुख वैश्विक निकाय है जो सभी के लिए बेहतर स्वास्थ्य प्राप्त करने के वैश्विक प्रयासों का नेतृत्व करता है।
सदस्य: 194 देश
डबल्यूएचओ के महानिदेशक: डॉ. टेड्रोस एडनोम घेब्रेयेसस (मई 2017 से)।
मुख्यालय: जिनेवा, स्विट्जरलैंड।
डबल्यूएचओ का स्थापना दिवस, 7 अप्रैल, विश्व स्वास्थ्य दिवस के रूप में मनाया जाता है।
महत्वपूर्ण फुल फॉर्म
डबल्यूएचओ /WHO : वर्ल्ड हैल्थ आर्गेनाइजेशन (World Health Organisation)