ब्रिटेन में युवा विज्ञानियों को दिए जाने वाले प्रतिष्ठित ‘ब्लावाटनिक पुरस्कार’ 2024 के लिए चयनित कुल नौ विज्ञानियों में तीन भारतवंशी भी शामिल हैं। ये पुरस्कार उन्हें रसायन, भौतिक और जीवन विज्ञान में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए दिया जाएगा।
‘ब्लावाटनिक पुरस्कार’ से सम्मानित भारतीय विज्ञानी:
- ब्लावाटनिक पुरस्कार से सम्मानित कुल नौ विज्ञानियों में से तीन भारतीय मूल के तीन युवा वैज्ञानिक हैं। उनमें प्रमुखतः
- प्रोफेसर राहुल आर. नायर
- प्रोफेसर मेहुल मलिक
- डॉ. तन्मय भारत।
किसके द्वारा दिए जाते हैं ये पुरस्कार?
- ये पुरस्कार ‘ब्लावाटनिक फैमिली फाउंडेशन’ व ‘द न्यूयार्क एकेडमी आफ साइंसेज’ द्वारा दिया जाता है। ये पुरस्कार मुख्यतः युवा विज्ञानियों को उनके शोध कार्य के लिए दिया जाता है। इन चयनित युवा विज्ञानियों को विज्ञान के विभिन्न क्षेत्र में शोध कार्य के लिए 27 फरवरी 2024 को आयोजित समारोह में सम्मानित किया जाएगा।
- इन्हें लंदन के बैंक्वेट हाउस में एक समारोह में सम्मानित किया जाएगा। उन्हें पुरस्कार के रूप में कुल 480,000 पाउंड का अनुदान दिया जाएगा।
- लंदन में पुरस्कार समारोह के एक दिन बाद, सम्मानित व्यक्ति लंदन में आरएसए हाउस में एक सार्वजनिक संगोष्ठी में लघु, इंटरैक्टिव व्याख्यानों की एक श्रृंखला के साथ अपना शोध प्रस्तुत करेंगे।
प्रोफेसर राहुल नायर को शोध के लिए अनुदान:
- प्रोफेसर राहुल आर. नायर मैनचेस्टर विश्वविद्यालय में मैटेरियल भौतिक विज्ञानी हैं। प्रोफेसर नायर को 2डी मैटरियल पर आधारित नई झिल्लियां विकसित करने के लिए विजेता नामित किया गया है।
- नायर द्वारा विकसित झिल्लियां ऊर्जा-कुशल पृथक्करण और निस्पन्दन प्रौद्योगिकियों में अग्रणी होगी।
- प्रोफेसर नायर को अपना शोध जारी रखने के लिए एक लाख पाउंड का अनुदान प्रदान किया जाएगा।
मलिक को क्वांटम संचार के लिए सम्मान:
- भौतिकी के प्रोफेसर मलिक को अपनी अभूतपूर्व तकनीकों के माध्यम से क्वांटम संचार को आगे बढ़ाने के लिए पुरस्कार विजेता के रूप में नामित किया गया है।
तन्मय भारत को क्रायो-ईटी में अत्याधुनिक तकनीक के लिए सम्मान:
- डॉ. तन्मय भारत ब्रिटेन में एक युवा जीव विज्ञानी हैं। डॉ. तन्मय ने सूक्ष्म बैक्टीरिया और आर्किया द्वारा निर्मित कोशिका-सतह अणुओं की परमाणु-स्तर की तस्वीरें बनाई है।
- डॉ. तन्मय को इस कार्य के लिए इलेक्ट्रान क्रायोटोमोग्राफी (क्रायो-ईटी) में अत्याधुनिक तकनीक विकसित करने के लिए सम्मानित किया गया।
- प्रोफेसर मेहुल मलिक और डॉ. तन्मय भारत दोनों को अपने शोध कार्य के लिए 30 हजार पाउंड प्रदान किए जाएंगे ।
ब्लावाटनिक पुरस्कार के बारे में:
- ब्लावाटनिक पुरस्कार सबसे नवोन्वेषी युवा संकाय-रैंक के वैज्ञानिकों और इंजीनियरों को मान्यता देते हैं।
- ये पुरस्कार जीवन विज्ञान, भौतिक विज्ञान और इंजीनियरिंग, और रसायन विज्ञान की तीन अनुशासनात्मक श्रेणियों में कार्य करने के लिए दिए जाते हैं।
- इस पुरस्कार से मुख्यतः युवा वैज्ञानिकों को उनकी पिछली उपलब्धियों और भविष्य की संभावनाओं के लिए सम्मानित किया जाता हैं।
संयुक्त राज्य अमेरिका में ‘ब्लावाटनिक राष्ट्रीय पुरस्कार’ सबसे नवोन्वेषी युवा संकाय-रैंक के वैज्ञानिकों और इंजीनियरों को सम्मानित करता हैं।