26 जनवरी 2024 को टाटा समूह और फ्रांस के एयरबस ने "महत्वपूर्ण स्वदेशी और स्थानीयकरण घटक के साथ" नागरिक हेलीकॉप्टर बनाने के लिए एक समझौता किया है। इस समझौते के तहत दोनों कंपनियाँ H125 हेलीकॉप्टरों का निर्माण करेगी जो फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन की नई दिल्ली यात्रा के दौरान किए गए है।
- फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन ने भारत के 75वें गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में भारत की यात्रा के दौरान यह समझौता किया ।
- इमैनुएल मैक्रॉन की इस यात्रा के बीच दोनों कंपनियों ने इस समझौते को अंतिम रूप दिया है। इसके तहत टाटा और एयरबस मिलकर एच125 हेलीकॉप्टरों के उत्पादन के लिए काम करेंगी।
एच125 हेलीकॉप्टर का निर्माण कहाँ किया जाएगा?
- इसका उत्पादन गुजरात के वडोदरा में किया जाएगा । एयरबस और टाटा ग्रुप द्वारा संयुक्त रूप से निर्माण किए जाने वाले एच125 हेलीकॉप्टर एक सिंगल इंजन हेलीकॉप्टर है।
व्यावसायिक उपयोग के लिए होगा निर्माण:
- एक अन्य रिपोर्ट के अनुसार, ये हेलीकाप्टर कमर्शियल यूज के लिए बनाए जाएंगे। टाटा ग्रुप की टाटा एडवांस सिस्टम्स लिमिटेड कंपनी (टीएएसएल) इन हेलीकॉप्टरों के लिए असेम्बली लाइन मैनेज करेगी।
- इसके निर्माण से जुड़े अधिकारियों के अनुसार बाजार में इच्छुक खरदीदरों द्वारा पहले से ही 600 से 800 हेलीकाप्टरों की मांग है। इन हेलीकाप्टरों का उत्पादन गुजरात के वडोदरा में किया जाएगा ।
सी-295 ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट का भी करेंगे निर्माण:
- टाटा-एयरबस दोनों कंपनियां वडोदरा फैसिलिटी में ही कम से कम 40 सी-295 ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट भी बनाएंगी। इसकी देखरेख टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड करेगी।
भारत और फ्रांस के बीच मजबूत होते रक्षा संबंध:
- भारत और फ्रांस के बीच बढ़ते संबंधों ने राजनयिक संबंधों को मजबूत करने में योगदान दिया है। इसमें विशेष रूप से रक्षा, परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष क्षेत्र में दोनों देशों के तेजी से संबंध बढ़ रहे हैं। दोनों देशों के मध्य किए गए हाल के टाटा-एयरबस एच125 सौदे से भारत में इन हेलीकॉप्टरों की बढ़ती मांग के पूरा होने की उम्मीद है। ये मांगे विभिन्न क्षेत्रों में हैं।
- वैसे दोनों देश यहां पहले से ही मिलकर 40 C295 ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट बना रहीं हैं। सितंबर 2021 में भारत ने एयरबस डिफेंस एंड स्पेस (ADSpace) के साथ लगभग 21,000 करोड़ रुपये की डील की थी।
- इसमें पुराने एवरो-748 की जगह C-295 एयरक्राफ्ट खरीदने को लेकर साझेदारी की गई थी। इस दौरान 56 विमानों की मांग की गई थी, इनमें से 40 विमान गुजरात के वडोदरा में बनाए जा रहे हैं।
आत्मनिर्भर भारत कार्यक्रम को बल:
- ‘फाइनल असेंबली लाइन’ (एफएएल) निजी क्षेत्र के भारत में हेलीकॉप्टर विनिर्माण सुविधा स्थापित करने का पहला उदाहरण होगा। यह भारत सरकार के ‘आत्मनिर्भर भारत’ कार्यक्रम को गति देगा।
- “हेलीकॉप्टर राष्ट्र निर्माण के लिए महत्वपूर्ण हैं। एक 'मेड-इन-इंडिया' सिविल हेलीकॉप्टर न केवल आत्मविश्वास से भरे नए भारत का प्रतीक होगा, बल्कि देश में हेलीकॉप्टर बाजार की वास्तविक क्षमता को भी उजागर करेगा।
भारत की पहली हेलीकॉप्टर असेंबली सुविधा स्थापित करेगा टाटा समूह :
- टाटा समूह निजी क्षेत्र में भारत की पहली हेलीकॉप्टर असेंबली सुविधा स्थापित करके खुश है। इस सुविधा में भारतीय और निर्यात बाजारों के लिए दुनिया के सबसे ज्यादा बिकने वाले एयरबस एच125 सिंगल इंजन हेलीकॉप्टर के लिए एयरबस के साथ साझेदारी में अंतिम असेंबली लाइन होगी।
एच125 हेलीकॉप्टर का उपयोग:
- यह मल्टी-मिशन वर्कहॉर्स यात्री और माल परिवहन में क्रांतिकारी बदलाव लाएगा।
- इसका उपयोग आपातकालीन चिकित्सा सेवाओं (एचईएमएस), आपदा प्रबंधन, कानून प्रवर्तन, पर्यटन और हवाई कार्य मिशन जैसे क्षेत्रों के लिए भी किया जाएगा।
टाटा संस के चेयरमैन, एन.चंद्रशेखरन
एयरबस के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) गुइलाम फाउरी