प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 3 जनवरी 2024 को लक्षद्वीप के कवरत्ती में 1150 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन, लोकार्पण और शिलान्यास किया। ये परियोजनाएं प्रौद्योगिकी, ऊर्जा, जल संसाधन, स्वास्थ्य देखभाल और शिक्षा सहित विभिन्न क्षेत्रों के विकास से संबंधित हैं।
- प्रधानमंत्री ने लैपटॉप योजना के तहत छात्रों को लैपटॉप भी वितरित किए। ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ योजना के तहत स्कूली छात्राओं को साइकिलें दीं। प्रधानमंत्री ने किसान और मछुआरें लाभार्थियों को पीएम किसान क्रेडिट कार्ड भी सौंपे।
- कोच्चि-लक्षद्वीप द्वीप समूह सबमरीन ऑप्टिकल फाइबर कनेक्शन (केएलआई - एसओएफसी) परियोजना 3 जनवरी को राष्ट्र को समर्पित की गई है।
महिलाओं के लिए 'मेहरम' के बिना हज पर जाने की वीज़ा:
- प्रधानमंत्री मोदी ने हज यात्रियों के लिए उठाए गए कदमों का जिक्र किया, जिससे लक्षद्वीप के लोगों को भी लाभ होगा। हज वीज़ा की प्रक्रिया को आसान बनाते हुए महिलाओं के लिए 'मेहरम' के बिना हज पर जाने का वीज़ा और अनुमति की प्रक्रिया को डिजिटलीकरण करने का उल्लेख किया।
ग्लोबल सी-फूड बाजार का उल्लेख:
- प्रधानमंत्री ने ग्लोबल सी-फूड बाजार में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने के भारत के प्रयासों पर भी प्रकाश डाला। इससे लक्षद्वीप को अत्यधिक लाभ हुआ क्योंकि स्थानीय टूना मछली जापान को निर्यात की जा रही है। प्रधानमंत्री ने समुद्री शैवाल खेती की संभावनाओं की खोज के बारे में भी जानकारी दी।
- केंद्र शासित प्रदेश लक्ष्यद्वीप को अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन मानचित्र पर लाने के सरकार के प्रयासों का उल्लेख किया। स्वदेश दर्शन योजना के तहत, लक्षद्वीप के लिए एक गंतव्य-विशिष्ट मास्टर प्लान का मसौदा तैयार किया जा रहा है। लक्षद्वीप में पहले से ही दो ब्लू-फ्लैग प्रमाणित समुद्र तट मौजूद हैं और कदमत व सुहेली द्वीपों पर वॉटर-विला परियोजनाओं के विकास किया जा रहा है।
- ‘लक्षद्वीप क्रूज पर्यटन’ के लिए एक प्रमुख गंतव्य बनता जा रहा है। पाँच साल पहले की तुलना में पर्यटकों की आवागमन में पाँच गुना की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है। प्रधानमंत्री मोदी ने भारत के नागरिकों से विदेश यात्रा का निर्णय लेने से पहले देश में कम से कम पंद्रह स्थानों की यात्रा करने का आह्वान किया।
केएलआई - एसओएफसी की शुरुआत:
- प्रधानमंत्री ने कोच्चि-लक्षद्वीप द्वीप समूह सबमरीन ऑप्टिकल फाइबर कनेक्शन (केएलआई - एसओएफसी) परियोजना की शुरुआत की। प्रधानमंत्री द्वारा इसकी घोषणा, 2020 में लाल किले में स्वतंत्रता दिवस के भाषण के दौरान की गई थी।
- इससे इंटरनेट स्पीड 100 गुना से ज्यादा (1.7 जीबीपीएस से 200 जीबीपीएस तक) बढ़ जाएगी। आजादी के बाद पहली बार लक्षद्वीप को सबमरीन ऑप्टिक फाइबर केबल से जोड़ा जाएगा।
केएलआई - एसओएफसी के लाभ:
- समर्पित पनडुब्बी ओएफसी के निर्माण से लक्षद्वीप के द्वीपों में संचार बुनियादी ढांचे में एक आदर्श बदलाव के साथ तेज और अधिक विश्वसनीय इंटरनेट सेवाएं मिल सकेगी। इसके अतिरिक्त इसके कई अन्य लाभ भी हैं:
- टेलीमेडिसिन
- ई-गवर्नेंस
- शैक्षिक पहल
- डिजिटल बैंकिंग
- डिजिटल मुद्रा उपयोग
- डिजिटल साक्षरता इत्यादि।
एलटीटीडी संयंत्र राष्ट्र को समर्पित:
- प्रधानमंत्री ने कदमत में लो टेम्परेचर थर्मल डिसेलिनेशन (एलटीटीडी) संयंत्र राष्ट्र को समर्पित किया। इससे प्रतिदिन 1.5 लाख लीटर स्वच्छ पेयजल का उत्पादन हो सकेगा।
- प्रधानमंत्री ने अगत्ती और मिनिकॉय द्वीपों के सभी घरों में क्रियाशील घरेलू नल जल कनेक्शन (एफएचटीसी) भी राष्ट्र को समर्पित किया।
कावारत्ती सौर ऊर्जा संयंत्र राष्ट्र को समर्पित:
- यह संयंत्र लक्षद्वीप की पहली बैटरी समर्थित सौर ऊर्जा परियोजना है। इससे कवरत्ती में इंडिया रिजर्व बटालियन (आईआरबीएन) कॉम्प्लेक्स में डीजल आधारित बिजली उत्पादन संयंत्र पर निर्भरता कम करने में मदद मिलेगी।
मॉडल आंगनवाड़ी केंद्रों (नंद घरों) के निर्माण की आधारशिला:
- प्रधानमंत्री ने लक्षद्वीप के पाँच द्वीपों में पाँच मॉडल आंगनवाड़ी केंद्रों (नंद घरों) के निर्माण की आधारशिला रखी। इन द्वीपों में आंड्रोट, चेटलाट, कदमत, अगत्ती और मिनिकॉय शामिल हैं।
- इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने कल्पेनी में प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल सुविधा के नवीनीकरण की भी आधारशिला रखी।