पश्चिम बंगाल में एक सींग वाले गैंडे (राइनोसेरोस यूनिकॉर्निस) की आबादी 2022 के 347 से बढ़कर 2025 में 392 हो गई है। राज्य में गैंडों की आबादी का नवीनतम आंकड़ा राज्य वन विभाग द्वारा मार्च 2025 में दो दिवसीय गैंडा जनगणना के समापन के बाद जाड़ी किया गया है।
राज्य में गैंडों की कुल आबादी 2013 में 229 थी।
राज्य में गैंडों की आबादी में वृद्धि को राज्य वन विभाग द्वारा अवैध शिकार को खत्म करने और गैंडों के आवास प्रबंधन के संरक्षण प्रयास की सफलता के रूप में देखा जाता है।
2021 से राज्य में अभी तक अवैध शिकार का कोई मामला सामने नहीं आया है जबकि 2014-15 में अवैध शिकार के छह मामले दर्ज किए गए थे।
पश्चिम बंगाल में गैंडों की स्थिति
पश्चिम बंगाल में, एक सींग वाले गैंडे अलीपुरद्वार के जलदापारा राष्ट्रीय उद्यान और जलपाईगुड़ी के गोरुमारा राष्ट्रीय उद्यान में पाए जाते हैं।
- नवीनतम जनगणना के आंकड़ों के अनुसार, जलदापारा राष्ट्रीय उद्यान में 331 गैंडे गिने गए, जबकि गोरुमारा राष्ट्रीय उद्यान में 61 गैंडे पाए गए।
- 2022 में, जलदापारा में 292 और गोरुमारा में 55 गैंडे थे।
- भारत में, सबसे अधिक गैंडे असम के काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में पाए जाते हैं, जहाँ 2600 से अधिक गैंडे हैं।
- 331 गैंडों के साथ जलदापारा राष्ट्रीय उद्यान में देश में गैंडों की दूसरी सबसे अधिक संख्या पायी जाती है।
भारत में गैंडों की आबादी
एक सींग वाला गैंडा तीन राज्यों - असम, पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश में पाए जाते हैं।
एशिया में गैंडों की तीन प्रजातियाँ - भारतीय, सुमात्रा और जावन -पाई जाती हैं। भारतीय और जावन गैंडे के एक सींग होते हैं जबकि सुमात्रा गैंडे के दो सींग होते हैं।
एशिया के अलावा अफ्रीका में भी गैंडे पाए जाते हैं जिनके दो सींग होते हैं।
भारत में असम में गैंडों की सबसे बड़ी आबादी है, उसके बाद पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश का स्थान है।
असम
- असम में, गैंडे, काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान और टाइगर रिजर्व, ओरंग राष्ट्रीय उद्यान, पोबितोरा वन्यजीव अभयारण्य और मानस राष्ट्रीय उद्यान में पाए जाते हैं।
- असम में 3000 से अधिक गैंडे हैं, जो वैश्विक एक सींग वाले गैंडों की आबादी का लगभग 80% है।
- भारत की लगभग 80% गैंडे की आबादी काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान और टाइगर रिजर्व में केंद्रित है।
- असम के ओरंग राष्ट्रीय उद्यान में देश की लगभग 4% गैंडे रहते हैं, जबकि पोबितोरा वन्यजीव अभयारण्य में 3% और मानस राष्ट्रीय उद्यान में 1% गैंडे रहते हैं।
पश्चिम बंगाल
- असम के बाद भारत में गैंडों की दूसरी सबसे बड़ी आबादी पश्चिम बंगाल में है।
- पश्चिम बंगाल के जलदापारा राष्ट्रीय उद्यान में भारतीय गैंडों की आबादी का लगभग 9% हिस्सा है।
- गोरुमारा राष्ट्रीय उद्यान में देश की गैंडों की आबादी का लगभग 2% हिस्सा है।
उत्तर प्रदेश
- उत्तर प्रदेश के दुधवा राष्ट्रीय उद्यान में एक सींग वाले बड़े गैंडे पाए जाते हैं।
- एक अनुमान के अनुसार देश की कुल गैंडों की आबादी का 1% हिस्सा यहाँ पाया जाता है।
गैंडों को कानूनी संरक्षण
- भारतीय गैंडों को 1996 में आईयूसीएन (अंतर्राष्ट्रीय प्रकृति संरक्षण संघ) द्वारा लुप्तप्राय प्रजाति के रूप में वर्गीकृत किया गया था।
- भारत में गैंडों की बढ़ती आबादी के कारण 2008 में आईयूसीएन ने इस स्थिति को बदलकर ‘असुरक्षित’ कर दिया।
- वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम 1972 ने गैंडों को अनुसूची I (भाग-1) के अंतर्गत रखा है, जो भारत में इस प्रजाति को पूर्ण सुरक्षा प्रदान करता है।