रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट, विश्व रक्षा प्रदर्शनी (डब्ल्यूडीएस) 2024 के लिए भारतीय प्रतिनिधिमंडल के प्रमुख के रूप में रियाद की यात्रा पर हैं। इस पांच दिवसीय डब्ल्यूडीएस का आयोजन 4 से 8 फरवरी 2024 तक सऊदी अरब के रियाद में आयोजित किया जा रहा है।
अंतर्राष्ट्रीय रक्षा सहयोग के लिए एक मंच:
- शो रक्षा तकनीक की प्रगति पर प्रकाश डालता है, कंपनियों के बीच वैश्विक सहयोग को बढ़ावा देता है।
सऊदी अरब के रक्षा मंत्री के साथ बैठक:
- रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने सऊदी अरब के रक्षा मंत्री प्रिंस खालिद बिन सलमान बिन अब्दुलअजीज अल-सऊद के साथ बैठक की। इस दौरान द्विपक्षीय रक्षा सहयोग के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की गई।
- अजय भट्ट ने सऊदी अरब के सहायक रक्षा मंत्री डॉ. खालिद अल-बयारी से भी बातचीत की। अल-बयारी के साथ अजय भट्ट ने दोनों देशों के बीच लंबे समय से चले आ रहे और बहुआयामी रक्षा सहयोग को और सुदृढ़ करने के उपायों पर चर्चा की। दोनों पक्षों की चर्चा निम्नलिखित मुद्दों पर केंद्रित थी:
- संयुक्त प्रशिक्षण अभ्यास
- प्रौद्योगिकी हस्तांतरण
- विशेषज्ञता के आदान-प्रदान के दायरे को बढ़ाने सहित पारस्परिक हित के क्षेत्रों में सहयोग के मार्ग खोजना
मंत्री अजय भट्ट का सऊदी अरब में मुख्य कार्यक्रम:
- रक्षा राज्य मंत्री ने सऊदी अरब के जनरल अथॉरिटी फॉर मिलिट्री इंडस्ट्रीज (जीएएमआई) के गवर्नर अहमद अब्दुलअज़ीज़ अल-ओहाली के साथ बैठक की।
- उन्होंने विशिष्ट प्रौद्योगिकियों के अलावा रक्षा उत्पादन, अनुसंधान एवं विकास के विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग की दिशा में आगे बढ़ने के तरीकों पर चर्चा की।
- अजय भट्ट ने डब्ल्यूडीएस 2024 के अवसर पर सऊदी अरब सैन्य उद्योग (एसएएमआई) के मंडप का भी दौरा किया।
- दोनों पक्षों ने उभरते सुरक्षा परिदृश्य की आपसी गहरी समझ साझा की। साथ ही क्षेत्रीय सुरक्षा के क्षेत्र में एक मजबूत साझेदारी के पारस्परिक लाभों को पहचान कर भिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय रक्षा सहयोग बढ़ाने का संकल्प लिया।
- मंत्री अजय भट्ट ने विश्वास व्यक्त किया कि भारत-सऊदी अरब साझेदारी अब निरंतर मजबूत होती रहेगी और क्षेत्रीय स्थिरता और वैश्विक सुरक्षा में योगदान देगी।
- मंत्री अजय भट्ट विश्व रक्षा शो 2024 के अवसर पर एक अलग आयोजन में म्यूनिशन्स इंडिया लिमिटेड और उसके साझेदार के बीच एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर के भी साक्षी बने।
- उन्होंने सऊदी अरब में प्रमुख भारतीय और सऊदी व्यापारिक हस्तियों के साथ एक बिजनेस नेटवर्किंग कार्यक्रम में भी भाग लिया।
दोनों देशों का स्वदेशी क्षमताओं पर बल:
- भारत का 'आत्मनिर्भर भारत' और सऊदी अरब का 'विज़न 2030' ऐसे राष्ट्रीय कार्यक्रम हैं जो दोनों पक्षों के लिए पारस्परिक रूप से लाभकारी हो सकते हैं।
- ये दोनों ही पहलें तकनीकी प्रगति, स्वदेशी क्षमताओं और ज्ञान साझाकरण को प्राथमिकता देती हैं। इन क्षेत्रों में विशेष रूप से रक्षा प्रौद्योगिकियों के सह-विकास और संयुक्त उत्पादन में सहयोग की अपार संभावनाएं हैं।
सऊदी अरब के बारे में:
- यह मध्य पूर्व का शुष्क, कम आबादी वाला राज्य है। सऊदी अरब पर सऊद परिवार का शासन है, जिसने 18वीं शताब्दी में सख्त और रूढ़िवादी वहाबी इस्लामी आंदोलन के साथ गठबंधन किया था।
- सऊदी अरब के पश्चिमी उच्चभूमि में, लाल सागर के किनारे, हेजाज़ स्थित है। यह इस्लाम का उद्गम स्थल है और उस धर्म के सबसे पवित्र शहरों, मक्का और मदीना का स्थल है।
- सऊदी अरब में मोहम्मद बिन सलमान अल सौद, क्राउन प्रिंस, वास्तविक शासक हैं, जो अपने बुजुर्ग पिता किंग सलमान की ओर से कार्य कर रहे हैं।
- राजधानी: रियाद
- मुद्रा: सऊदी रियाल
- प्रधानमंत्री: मोहम्मद बिन सलमान