तमिलनाडु सरकार ने 15 सितंबर, 2023 को कलैगनार मगलिर उरीमाई थित्तम योजना शुरू की है । योजना के तहत राज्य की एक करोड़ महिला लाभार्थियों को प्रति माह 1000 रुपये का भुगतान किया जाएगा। इस योजना का नाम तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान मुख्यमंत्री के पिता ,एम.करुणानिधि के नाम पर रखा गया है। एम करुणानिधि को लोकप्रिय रूप से कलैगनार कहा जाता था। तमिल भाषा में कलैगनार का अर्थ 'कलाकार' होता है।
- योजना की शुरुआत करते हुए मुख्यमंत्री एम.के.स्टालिन ने कहा कि महिलाओं की भूमिका को हमेशा कमतर आंका जाता है और उनके अधिकारों की अनदेखी की जाती है। उन्होंने कहा कि महिलाओं का आर्थिक सशक्तिकरण का अधिकार समाज के विकास के लिए महत्वपूर्ण है।
- यह योजना दिवंगत मुख्यमंत्री और डीएमके संस्थापक सी.एन.अन्नादुरई के जन्मस्थान कांचीपुरम में शुरू की गई थी। राज्य इस योजना के लिए सालाना 12 हजार करोड़ रुपये खर्च करेगा, जिसका उद्देश्य परिवारों की महिला मुखियाओं की वित्तीय सुरक्षा में सुधार करना है और गरीबी कम करना है।
- कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने लाभार्थियों को योजना का वितरण भी किया।
- 15 सितंबर को तमिलनाडु के पहले मुख्यमंत्री कोंजीवरम नटराजन अन्नादुरई या सीएन अन्नादुरई की जयंती है।
तमिलनाडु के प्रथम मुख्यमंत्री
अन्नादुरई मद्रास राज्य के अंतिम मुख्यमंत्री थे, जिसका नाम उन्होंने 1969 में तमिलनाडु रखा था। उन्होंने सामाजिक न्याय, राज्य स्वायत्तता और भाषा अधिकारों से संबंधित द्रविड़ विचारों को लागू किया। वह अपनी भाषण कला और लेखन कौशल के लिए भी जाने जाते हैं।
- उनका जन्म 15 सितंबर 1909 को नटराजन और बंगारू अम्माल के घर हुआ था। उनके पिता एक बुनकर थे।
- अन्ना के जीवन पर एक नज़र डालें तो पता चलता है कि उन्हें लोकप्रिय रूप में पेरारिगनर (विद्वान) अन्ना के नाम से बुलाया जाता था क्योंकि वो अभी भी तमिलनाडु की राजनीति में अत्यधिक प्रभावशाली व्यक्तियों में से एक हैं।
- द्रविड़ कड़गम से बाहर निकलने के बाद 1949 में, उन्होंने द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) की स्थापना की, जो अब तमिलनाडु में सत्तारूढ़ पार्टी है, यह संगठन समाज सुधारक पेरियार ईवी रामासामी (ईवीआर) द्वारा बनाया गया संगठन था।