जापान के विदेश मंत्री ने इथियोपिया के उप प्रधानमंत्री के साथ वार्ता के पश्चात आशा व्यक्त की है कि दोनों देश काला सागर अनाज पहल को पुनः आरंभ करने हेतु सहयोग करेंगे।
जापान के विदेश मंत्री योशिमासा हयाशी के अनुसार, जापान रूस द्वारा काला सागर अनाज पहल को समाप्त करने की निंदा करता है, और जापान इस पहल को पुनः आरंभ करने के लिए इथियोपिया (इथियोपिया के उपप्रधानमंत्री- डेमेके मेकोनेन) के साथ मिलकर काम करने की उम्मीद करता है।
काला सागर अनाज समझौते की शुरुआत के बाद से, जो जुलाई 2022 में प्रभावी हुआ, संयुक्त राष्ट्र के संरक्षण में इथियोपिया को 262 मीट्रिक टन से अधिक गेहूं के निर्यात की है। इथियोपिया में गंभीर सूखे, संघर्ष और जलवायु संबंधी समस्याओं के कारण 20 मिलियन से अधिक लोगों को खाद्य सहायता की आवश्यकता पड़ी है।
वीओए की रिपोर्ट के अनुसार, हयाशी ने इथियोपिया के टाइग्रे क्षेत्र में युद्ध को समाप्त करने वाले शांति समझौते के लिए जापानी सरकार के समर्थन के बारे में भी बात की।
हयाशी के अनुसार इथियोपियाई सरकार और टीपीएलएफ (टाइग्रे पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट) के बीच हस्ताक्षरित शांति समझौते के कार्यान्वयन के लिए जापान के समर्थन का उल्लेख किया और कहा कि जापान इस समझौते के कार्यान्वयन की दिशा में आगे के सहयोग पर गंभीरता से विचार करेगा।
काला सागर अनाज समझौता:
विश्व के सबसे बड़े अनाज निर्यातकों देशों में यूक्रेन और रूस प्रमुख स्थान रखता है। रूस से युद्ध के कारण यूक्रेन के बंदरगाह पूरी तरह से अवरुद्ध हो गए हैं। इससे खाद्यान्नों की कीमतों में वृद्धि देखी जा रही है। इससे विश्व के गरीब देशों में खाद्य सुरक्षा की आशंका बढ़ गई है।
वैश्विक खाद्य संकट को देखते हुए तुर्की और संयुक्त राष्ट्र ने मिलकर जुलाई 2022 में रूस और यूक्रेन के बीच काला सागर अनाज समझौता कराया था जिसके तहत अनाज ले जाने वाले जहाजों को सुरक्षित ले जाना था।
लेकिन रूस अब काला सागर अनाज समझौते को त्याग दिया है। वहीं रूस के इस निर्णय का प्रभाव पूरी दुनिया में देखने को मिल रहा है।
इथियोपिया:
राजधानी: अदिस अबाबा
मुद्रा: बिर्र
राष्ट्रपति: साहले-वर्क ज़ेवडे
प्रधानमंत्री: अबी अहमद