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अंतर्राष्ट्रीय शून्य अपशिष्ट दिवस 2024: तिथि, विषय, इतिहास और महत्व

Utkarsh Classes Last Updated 07-02-2025
International Day of Zero Waste 2024: Theme, history & significance Important Day 5 min read

प्रति वर्ष 30 मार्च को ‘अंतर्राष्ट्रीय शून्य अपशिष्ट दिवस’ मनाया जाता है। इस अवसर पर ‘शून्य-अपशिष्ट’ के प्रति जागरूकता बढ़ाने, कार्रवाई को प्रेरित करने पर बल दिया जाता है।

अंतर्राष्ट्रीय शून्य अपशिष्ट दिवस 2024 का थीम: 

  • प्रत्येक वर्ष, एक अनूठी थीम शून्य-अपशिष्ट आंदोलन के विशिष्ट पहलुओं पर ध्यान केंद्रित किया जाता है। इन विषयों में भोजन की बर्बादी, प्लास्टिक प्रदूषण, चक्रीय अर्थव्यवस्था और सामुदायिक कार्रवाई जैसे विषयों पर चर्चा की जाती है।
  • अंतर्राष्ट्रीय शून्य अपशिष्ट दिवस 2024 की आधिकारिक थीम की घोषणा अभी तक संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (यूएनईपी) और यूएन-हैबिटेट द्वारा नहीं की गई है।
  • इस अवसर पर बल दिया जाता है कि सब मिलकर एक ऐसी दुनिया बनाने के लिए काम करें जहां बर्बादी कम हो, संसाधनों को महत्व दिया जाए।
  • इसका उद्देश्य शून्य-अपशिष्ट पहल को बढ़ावा देकर सतत विकास के लिए 2030 एजेंडा में सभी उद्देश्यों और लक्ष्यों को प्राप्त करना है।

अंतर्राष्ट्रीय शून्य अपशिष्ट दिवस का इतिहास: 

  • प्रतिवर्ष 30 मार्च को मनाया जाने वाला अंतर्राष्ट्रीय शून्य अपशिष्ट दिवस, एक अपेक्षाकृत छोटा लेकिन प्रभावशाली इतिहास है। 
  • वर्ष 2017 में वैश्विक अपशिष्ट संकट के बारे में बढ़ती चिंता से प्रेरित होकर, पर्यावरण समुदायों में  कचरे के बारे में जागरूकता बढ़ी। इसे लेकर शून्य-अपशिष्ट समाधान को बढ़ावा देने के लिए एक समर्पित दिन की अवधारणा उभरकर सामने आई।
  • कचरे का निपटारा करने की तात्कालिकता और महत्व को पहचानते हुए, संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण सभा (यूएनईए) ने 14 दिसंबर 2022 को एक प्रस्ताव अपनाया। इसमें 30 मार्च को शून्य अपशिष्ट के अंतर्राष्ट्रीय दिवस के रूप में घोषित किया गया।
  • इस प्रस्ताव को तुर्किये द्वारा लाया गया और 105 अन्य देश इसे प्रायोजित करने में शामिल हो गये।
  • यह 2 मार्च 2022 को संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण सभा में अपनाए गए। 
  • पहला अंतर्राष्ट्रीय शून्य अपशिष्ट दिवस 2023 में दुनिया भर में उत्साह से मनाया गया। "अपशिष्ट पदानुक्रम" विषय पर प्रकाश डालते हुए दुनिया भर में कई कार्यक्रम, कार्यशालाएं, सफाई अभियान और जागरूकता अभियान हुए।
  • संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (यूएनईपी) और संयुक्त राष्ट्र मानव निपटान कार्यक्रम (यूएन-हैबिटेट) संयुक्त रूप से इसे मनाने की सुविधा प्रदान करते हैं। इस दिवस का आयोजन यूएनईपी और यूएन-हैबिटेट द्वारा किया जाता है।

अंतर्राष्ट्रीय शून्य अपशिष्ट दिवस का महत्व: 

  • अंतर्राष्ट्रीय शून्य अपशिष्ट दिवस का उद्देश्य स्थायी उपभोग और उत्पादन पैटर्न को बढ़ावा देना है। इस बारे में जागरूकता बढ़ाना है कि शून्य-अपशिष्ट पहल सतत विकास के लिए 2030 एजेंडा के लक्ष्यों को प्राप्त करने में कैसे योगदान करती है।
  • जलवायु परिवर्तन, जैव विविधता हानि और प्रदूषण से जुड़े समस्या में अपशिष्ट क्षेत्र का महत्वपूर्ण योगदान है। वार्षिक रूप से, मनुष्य अनुमानित 2.24 बिलियन टन नगरपालिका ठोस कचरा उत्पन्न करते हैं। इसमें से केवल 55% का प्रबंधन नियंत्रित सुविधाओं में किया जाता है। इसके अतिरिक्त, प्रति वर्ष लगभग 931 मिलियन टन भोजन नष्ट हो जाता है। 14 मिलियन टन तक प्लास्टिक कचरा जलीय पारिस्थितिक तंत्र में प्रवेश कर जाता है।
  • शून्य-अपशिष्ट पहल जिम्मेदार अपशिष्ट प्रबंधन को बढ़ावा देने, अपशिष्ट को कम करने और रोकने और ट्रिपल ग्रहीय संकट समाधान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। 
  • ये पहल पर्यावरण संरक्षण में योगदान देती हैं, खाद्य सुरक्षा बढ़ाती हैं और मानव स्वास्थ्य और कल्याण में सुधार करती हैं। 
  • यह दिन एक टिकाऊ और लचीला भविष्य बनाने में ऐसी पहलों के महत्व पर जोर देने के लिए एक मंच के रूप में कार्य करता है।
  • इस अंतर्राष्ट्रीय दिवस के माध्यम से शून्य-अपशिष्ट पहल को बढ़ावा देने से सतत विकास के लिए 2030 एजेंडा में सभी लक्ष्यों को आगे बढ़ाने में मदद मिल सकती है। इसमें सतत विकास लक्ष्य 11 और सतत विकास लक्ष्य 12 शामिल हैं। ये लक्ष्य खाद्य हानि और बर्बादी सहित सभी प्रकार के कचरों का निपटान करती है। इसके अंतर्गत प्राकृतिक संसाधन निष्कर्षण और इलेक्ट्रॉनिक कचरों को शामिल किया जाता है।

FAQ

उत्तर : 30 मार्च

उत्तर : 2023

उत्तर : संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (यूएनईपी) और संयुक्त राष्ट्र मानव निपटान कार्यक्रम (यूएन-हैबिटेट)
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