Home > Current Affairs > International > India Uzbekistan Bilateral Investment Treaty Signed in Tashkent

ताशकंद में भारत उज्बेकिस्तान द्विपक्षीय निवेश संधि पर हस्ताक्षर किये गये

Utkarsh Classes Last Updated 28-09-2024
India Uzbekistan Bilateral Investment Treaty Signed in Tashkent Agreements and MoU 4 min read

भारत और उज़्बेकिस्तान के बीच द्विपक्षीय आर्थिक संबंधों को बढ़ावा देने के लिए, 27 सितंबर 2024 को ताशकंद, उज़्बेकिस्तान में दोनों देशों के बीच एक द्विपक्षीय निवेश संधि पर हस्ताक्षर किए गए। यह संधि उज़्बेकिस्तान में भारतीय निवेशकों द्वारा किए गए निवेश और भारत में उज़्बेक निवेशक के हितों की रक्षा और सुरक्षा के लिए एक रूपरेखा प्रदान करती है। 

द्विपक्षीय निवेश संधि पर किसने हस्ताक्षर किये?

भारत और उज़्बेकिस्तान के बीच द्विपक्षीय निवेश संधि पर 27 सितंबर 2024 को ताशकंद में भारतीय वित्त और कॉर्पोरेट मामलों की मंत्री, निर्मला सीतारमण और उज़्बेकिस्तान के उप प्रधान मंत्री, खोदजायेव जमशेद अब्दुखाकिमोविच ने हस्ताक्षर किए। 

निर्मला सीतारमण एशियन इंफ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट बैंक (एआईआईबी) की 9वीं बोर्ड ऑफ गवर्नर्स की बैठक में भाग लेने के लिए उज्बेकिस्तान की आधिकारिक यात्रा पर थीं।

द्विपक्षीय निवेश संधि की विशेषताएं 

  • सर्वोत्तम अंतरराष्ट्रीय मिसालों और प्रथाओं पर आधारित के आधार पर, यह द्विपक्षीय निवेश संधि, एक देश के नागरिकों द्वारा दूसरे देश में किए गए निवेश को कानूनी सुरक्षा प्रदान करती है।
  • यदि सरकार द्वारा अगर किसी उद्योग का राष्ट्रीयकरण कर देती है और उसमें दूसरे देश के निवेशक ने निवेश किया है तो यह संधि , निवेशक को निवेश को सुरक्षा प्रदान करती है।
  • यह न्यूनतम मानक का व्यवहार और गैर-भेदभाव सुनिश्चित करके अपने देश में दूसरे देश की कंपनियों के लिए समान अवसर प्रदान करता है।
  • यदि निवेश से संबंधित कोई विवाद होती  है तो संधि एक स्वतंत्र मध्यस्थता तंत्र का भी प्रावधान करती है।
  •  यह पारदर्शिता, स्थानांतरण और नुकसान के लिए मुआवजा प्रदान करता है। हालाँकि, ऐसे निवेशक और निवेश को सुरक्षा प्रदान करते समय, राज्य के विनियमन के अधिकार के संबंध में संतुलन बनाए रखा गया है और इस तरह पर्याप्त नीतिगत स्थान प्रदान किया गया है।
  • इस संधि से दोनों देशों में निवेशकों के व्यापारिक विश्वास को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है और सीमा पार निवेश को बढ़ोतरी होने की उम्मीद है।

उज़्बेकिस्तान में भारतीय निवेश 

विदेश मंत्रालय के मुताबिक, उज्बेकिस्तान में भारत का कुल निवेश करीब 61 मिलियन डॉलर है। अधिकांश निवेश फार्मास्यूटिकल्स, मनोरंजन पार्क, ऑटोमोबाइल घटकों और आतिथ्य उद्योग में है।

भारतीय कंपनियों ने उज्बेकिस्तान में स्वास्थ्य सेवा, कपड़ा और ऑटो घटकों, कृषि और खाद्य प्रसंस्करण, और खनन और आभूषण क्षेत्र में निवेश करने में भी रुचि व्यक्त की है।

समरकंद में 9वीं एआईआईबी बोर्ड ऑफ गवर्नर्स की बैठक के बारे में पढ़ें।

उज़्बेकिस्तान के बारे में 

उज़्बेकिस्तान मध्य एशिया में एक भूमि से घिरा देश है। सोवियत संघ के पतन के बाद 31 अगस्त 1991 को यह एक स्वतंत्र देश बन गया।

यह देश दो महान नदियों, सीर दरिया (प्राचीन नाम जैक्सर्ट्स नदी) और अमु दरिया (प्राचीन नाम ऑक्सस नदी) के बीच स्थित है।

राजधानी: ताशकंद

मुद्रा: सुम 

राष्ट्रपति: शौकत मिर्जियोयेव

FAQ

उत्तर: 27 सितंबर 2024 को उज्बेकिस्तान की राजधानी ताशकंद

उत्तर: केंद्रीय वित्त एवं कॉर्पोरेट मामलों की मंत्री निर्मला सीतारमण

उत्तर:सुम

उत्तर: शौकत मिर्जियोयेव
Leave a Review

Today's Article

Utkarsh Classes
DOWNLOAD OUR APP

Download India's Best Educational App

With the trust and confidence that our students have placed in us, the Utkarsh Mobile App has become India’s Best Educational App on the Google Play Store. We are striving to maintain the legacy by updating unique features in the app for the facility of our aspirants.