विश्व प्रवासन रिपोर्ट 2024 के अनुसार, भारत आवक प्रेषण में $100 बिलियन से अधिक प्राप्त करने वाला दुनिया का पहला देश बन गया है। भारत को 2022 में प्रेषण के रूप में $111.22 बिलियन प्राप्त हुए, जबकि 2020 में उसे $83.15 बिलियन प्राप्त हुए थे । मेक्सिको ने 2022 में $61.10 बिलियन के आवक प्रेषण के साथ चीन को पीछे छोड़ते हुए दूसरा स्थान प्राप्त किया ।
आवक प्रेषण से तात्पर्य विदेशों में काम करने वाले भारतीयों द्वारा भारत में अपने रिश्तेदारों को भेजे गए धन से है।
संयुक्त राष्ट्र के अंतर्राष्ट्रीय प्रवासन संगठन द्वारा तैयार विश्व प्रवासन रिपोर्ट, 2024, 8 मई 2024 को ढाका, बांग्लादेश में जारी की गई थी ।
अंतर्राष्ट्रीय प्रवासन संगठन जिनेवा स्थित संयुक्त राष्ट्र एजेंसी है। अंतर्राष्ट्रीय प्रवासन रिपोर्ट हर दो साल में अंतर्राष्ट्रीय प्रवासन संगठन द्वारा प्रकाशित की जाती है। पहली अंतर्राष्ट्रीय प्रवासन रिपोर्ट संयुक्त राष्ट्र निकाय द्वारा 2000 में प्रकाशित की गई थी।
2024 के रिपोर्ट के अनुसार 2022 में वैश्विक अंतरराष्ट्रीय प्रेषण 831अरब डॉलर था जबकि 2021 में यह 791 अरब डॉलर और 2020 में 717 अरब डॉलर था।
भारत दुनिया में आवक प्रेषण का शीर्ष प्राप्तकर्ता बना हुआ है। भारत में अनुमानित 1.8 करोड़ लोग अंतरराष्ट्रीय प्रवासी के रूप में काम करने के लिए विदेशजाते हैं। प्रवासी श्रमिकों में कुशल और अकुशल दोनों प्रकार के श्रमिक शामिल हैं। अतीत में, भारतीय अंतरराष्ट्रीय प्रवासियों में मुख्य रूप से अकुशल श्रमिक होते थे जो संयुक्त अरब अमीरात और सऊदी अरब, कुवैत आदि जैसे पश्चिम एशिया के खाड़ी देशों में मुख्यत: काम करते थे। हाल ही में, भारतीय अंतरराष्ट्रीय प्रवासियों में सॉफ्टवेयर इंजीनियरों, डॉक्टरों, चार्टर्ड अकाउंटेंट आदि जैसे कुशल और योग्य पेशेवरों का अनुपात बढ़ गया है। कुशल श्रमिकों के वेतन ज़्यादा होता है और वे बड़ी मात्रा में पैसा भारत वापस भेजते हैं।
विश्व प्रवासन रिपोर्ट 2024 द्वारा शीर्ष 10 प्रेषण प्राप्तकर्ता देशों में स्थान पाने वाले देशों की सूची निम्नलिखित है।
क्रमांक |
देश |
प्राप्त प्रेषण(अमरीकी डॉलर में ) |
1 |
भारत |
111.22 अरब |
2 |
मेक्सिको |
61.10 अरब |
3 |
चीन |
51 अरब |
4 |
फिलिपींस |
38.05 बिलियन |
5 |
फ्रांस |
30.04 बिलियन |
6 |
पाकिस्तान |
29.87 बिलियन |
7 |
मिस्र |
28.33 बिलियन |
8 |
बांग्लादेश |
21.50 अरब |
9 |
नाइजीरिया |
20.13 अरब |
10 |
जर्मनी |
19.29 अरब |
लगभग 18 मिलियन लोगों के साथ भारत दुनिया में अंतर्राष्ट्रीय प्रवास का सबसे बड़ा स्रोत है। भारतीयों का अधिकतम प्रवास संयुक्त अरब अमीरात में था, जहां अनुमानित 3.47 मिलियन भारतीय थे, इसके बाद अमेरिका में 2.7 मिलियन और सऊदी अरब में 2.5 मिलियन भारतीय थे।
विश्व में सबसे ज़्यादा प्रवासी पश्चिम एशिया के खाड़ी देशों में
रिपोर्ट के अनुसार, पश्चिम एशिया, विशेष रूप से खाड़ी देश, प्रवासी श्रमिकों के लिए सबसे बड़ा गंतव्य था, जो इस क्षेत्र के कई देशों की आबादी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं । संयुक्त अरब अमीरात की लगभग 88 प्रतिशत आबादी प्रवासियों से बनी है, जबकि कुवैत में यह 73 प्रतिशत और कतर में 77 प्रतिशत हैं।