भारत ने विश्व प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक 2024 में अपनी रैंक में दो स्थान का सुधार किया है। भारत, जो 2023 में दुनिया के 180 देशों में से 161वें स्थान पर था, 2024 में दो रैंक की सुधार के साथ 159वें स्थान पर पहुंच गया।
विश्व प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक एक फ्रांसीसी गैर-सरकारी संगठन, रिपोर्टर्स सैन्स फ्रंटियर्स (आरएसएफ) जिसे रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर के रूप में भी जाना जाता है,द्वारा जारी किया गया है।
आरएसएफ ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि प्रेस की आजादी को सबसे ज्यादा खतरा सरकार से है।
आरएसएफ दुनिया के 180 देशों और क्षेत्रों में प्रेस की स्वतंत्रता की स्थिति का अंदाजा लगाने और पत्रकारों और मीडिया द्वारा प्राप्त स्वतंत्रता के स्तर की तुलना करने के लिए विश्व प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक संकलित करता है।
विश्व प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक को संकलित करने के लिए पांच संकेतकों का उपयोग किया जाता है। ये पांच संकेतक हैं राजनीतिक, कानूनी ढांचा, आर्थिक संदर्भ, सामाजिक-सांस्कृतिक संदर्भ और पत्रकार की सुरक्षा। सूचकांक एक कैलेंडर (जनवरी-दिसंबर) वर्ष में प्रेस और पत्रकार द्वारा सामना की गई स्थिति को ध्यान में रख कर बनाया जाता है। इस प्रकार, 2024 की रिपोर्ट इन देशों में प्रेस की स्वतंत्रता को लेकर 2023 में बनी स्थिति पर आधारित है।
भारत को चीन, सऊदी अरब, बांग्लादेश आदि देशों के साथ गंभीर श्रेणी में रखा गया है। सूचकांक के अनुसार, पत्रकारों के खिलाफ हिंसा, अत्यधिक केंद्रित मीडिया स्वामित्व और राजनीतिक संरेखण के कारण दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र में प्रेस की स्वतंत्रता ,संकट में है।
भारत को सूचकांक ने पाकिस्तान जो 152वें स्थान पर है, श्रीलंका, जो 150वें स्थान पर है, और तुर्की, जो 158वें स्थान पर है, जैसे देशों से पीछे रखा गया है।
नॉर्वे ने दुनिया में सबसे अधिक स्वतंत्र प्रेस वाले देश के रूप में अपना स्थान बरकरार रखा है। डेनमार्क ने अपनी रैंक 2023 में तीन से सुधारकर 2024 में दो कर ली है।
रैंक |
देश |
अंक |
1 |
नॉर्वे |
91.89 |
2 |
डेनमार्क |
89.6 |
3 |
स्वीडन |
88.32 |
4 |
नीदरलैंड |
87.73 |
5 |
फिनलैंड |
86.65 |
6 |
एस्तोनिया |
86.64 |
7 |
पुर्तगाल |
85.9 |
8 |
आयरलैंड |
85.59 |
9 |
स्विट्ज़रलैंड |
84.01 |
10 |
जर्मनी |
83.84 |
2024 में शीर्ष 10 रैंक वाले सभी देश पश्चिमी यूरोप से हैं। 2023 में शीर्ष 10 में शामिल होने वाला एकमात्र एशियाई देश तिमोर लेस्ते था जो 10वें स्थान पर था।
2023 में, उत्तर कोरिया को सबसे खराब प्रेस स्वतंत्रता वाले देश के रूप में स्थान दिया गया था। इस वर्ष अफ़्रीकी देश इरिट्रिया सूचकांक में सबसे निचले स्थान पर था। इरिट्रिया को छोड़कर बाकी सभी 10 निचले पायदान वाले देश एशिया से हैं।
रैंक |
देश |
अंक |
180 |
इरिट्रिया |
16.64 |
179 |
सीरिया |
17.41 |
178 |
अफ़ग़ानिस्तान |
19.09 |
177 |
उत्तर कोरिया |
20.66 |
176 |
ईरान |
21.33 |
175 |
तुर्कमेनिस्तान |
22.01 |
174 |
वियतनाम |
22.31 |
173 |
बहरीन |
23.31 |
172 |
चीन |
23.36 |
171 |
म्यांमार |
24.41 |