डेविड बेकहम यूनिसेफ के गुडविल एंबेसडर के तौर पर भारत की तीन दिवसीय यात्रा पर 14 नवंबर 2023 को अहमदाबाद पहुँचे। डेविड बेकहम की भारत यात्रा सुर्ख़ियों में तब आयी जब वे, 15 नवंबर 2023 को मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में भारत बनाम न्यूजीलैंड क्रिकेट वर्ल्ड कप 2023 सेमीफाइनल मैच में शिरकत की।
- बेकहम टॉस से पहले ही मैदान पर दिखाई दिए जिसकी वजह से स्टेडियम में मौजूद दर्शकों में उत्साह और भी बढ़ गया।
यूनिसेफ का आईसीसी के साथ साझेदारी:
- उल्लेखनीय है कि यूनिसेफ ने लैंगिक भेदभाव को समाप्त करते हुए दक्षिण एशिया में लड़कियों और लड़कों के लिए समान अवसरों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के साथ साझेदारी की है।
- डेविड बेकहम ने मुंबई यात्रा के दौरान सबसे पहले भारत के पूर्व बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर से मुलाकात की, जो दक्षिण एशिया के लिए यूनिसेफ के रीजनल गुडविल एंबेसडर भी हैं।
- दोनों महान खिलाड़ी विश्व कप सेमीफाइनल मैच से पहले मैदान में नज़र आए और न्यूजीलैंड और भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ियों से मुलाकात भी की।
- इसके साथ ही डेविड बेकहम ने मैच आरंभ होने से पूर्व बाउंड्री पर विराट कोहली के साथ बातचीत किया।
डेविड बेकहम:
- 48 वर्षीय डेविड बेकहम इंग्लैंड के एक पेशेवर महान फुटबॉलर रहे हैं जो अब संन्यास ले चुके हैं। वे अपनी पीढ़ी के सबसे प्रतिष्ठित और सफल खिलाड़ियों में से एक के रूप में जाने जाते हैं। बेकहम, मैनचेस्टर यूनाइटेड और रियल मैड्रिड के पूर्व स्ट्राइकर रहे हैं।
- बेकहम, वर्तमान में मेजर लीग सॉकर (एमएलएस) टीम इंटर मियामी के सह-मालिक भी हैं, जिसके लिए लियोनेल मेसी खेलते हैं।
- अपने शानदार खेल करियर के अलावा, बेकहम अपने ग्लोबल सेलिब्रिटी स्टेटस, फैशन, और अच्छे सामाजिक कार्यों के लिए भी जाने जाते हैं।
संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनिसेफ):
- यूनिसेफ की स्थापना संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा 11 दिसंबर, 1946 को किया गया। लुडविक रॉश्मन (पोलैंड के चिकित्सक) ने इसके गठन में प्रमुख भूमिका निभाई थी।
- यूनिसेफ को पूर्व में संयुक्त राष्ट्र अंतर्राष्ट्रीय बाल आपातकालीन कोष के रूप में जाना जाता था।
यूनिसेफ के गठन का मुख्य उद्देश्य:
- यूनिसेफ के गठन का मुख्य उद्देश्य द्वितीय विश्वयुद्ध में नष्ट हुए देशों में बच्चों और महिलाओं को विषम परिस्थिति से निकालने में मदद करने के साथ भोजन और स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराना था।
- वर्ष 1950 में यूनिसेफ के कार्यक्षेत्र को, विकासशील देशों में बच्चों व महिलाओं की दीर्घकालिक आवश्यताओं को पूर्ण करने के लिए विस्तारित किया गया था।
- पुनः 1953 में यह संयुक्त राष्ट्र का एक स्थायी भाग बन गया और इस संगठन के नाम में से ‘अंतर्राष्ट्रीय’ एवं ‘आपातकालीन’ शब्दों को हटा दिया गया।
- जिससे अब इसका नाम संयुक्त राष्ट्र बाल कोष है जबकि मूल संक्षिप्त नाम ‘यूनिसेफ’ को अभी भी बनाए रखा गया है।
यूनिसेफ को समय-समय पर कई अवॉर्ड प्राप्त हुआ है:
- यूनिसेफ को वर्ष 1965 में नोबेल शांति पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया है।
- वर्ष 1989 में इंदिरा गांधी शांति पुरस्कार, और
- वर्ष 2006 में प्रिंस ऑफ अस्तुरियस अवॉर्ड भी प्राप्त हुआ है।