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सिरिल रामाफोसा ने दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति के रूप में दूसरा कार्यकाल हासिल किया
Utkarsh Classes
Updated: 15 Jun 2024
3 Min Read
14 जून 2024 को देर रात तक चली दक्षिण अफ्रीकी संसद की बैठक में सिरिल रामाफोसा को दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति के रूप में दूसरा कार्यकाल के लिए चुन लिया गया। सिरिल रामाफोसा की अफ्रीकी राष्ट्रीय कांग्रेस (एएनसी) पार्टी, दक्षिणपंथी डेमोक्रेटिक अलायंस (डीए) और अन्य छोटे दलों के बीच एक गठबंधन सरकार बनाने के लिए समझौते पर हस्ताक्षर होने के बाद रामफौसा को फिर से राष्ट्रपति चुना गया।
15 फरवरी 2018 को सिरिल रामाफोसा को पहली बार दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति के रूप में चुना गया था ।
1996 के संविधान के लागू होने के बाद पहली बार सत्तारूढ़ एएनसी पार्टी दक्षिण अफ़्रीकी संसद में बहुमत हासिल करने में विफल रही है। 29 मई 2024 को हुए संसदीय चुनाव में एएनसी को केवल 40 प्रतिशत वोट मिले।
महान अश्वेत नेता नेल्सन मंडेला द्वारा 1994 में देश में रंगभेद की समाप्ति के बाद राष्ट्रीय एकता सरकार बनाने के बाद दक्षिण अफ्रीका में बनने वाली यह दूसरी राष्ट्रीय एकता सरकार है।
दक्षिण अफ़्रीका के 1996 के संविधान के अनुसार, देश के राष्ट्रपति का चुनाव देश की संसद द्वारा किया जाता है।
दक्षिण अफ़्रीका की संसद एक द्विसदनीय सदन है जिसमें नेशनल असेंबली और नेशनल काउंसिल ऑफ़ प्रोविंस शामिल हैं।
नेशनल असेंबली दक्षिण अफ़्रीकी संसद का निचला सदन है और इसमें 350- 400 सदस्य होते हैं और जो आनुपातिक प्रतिनिधित्व प्रणाली के माध्यम से पांच साल के कार्यकाल के लिए लोगों द्वारा सीधे चुने जाते हैं।
नेशनल काउंसिल ऑफ़ प्रोविंस, संसद का ऊपरी सदन है जिसके सदस्य दक्षिण अफ्रीका की प्रांतीय विधानसभाओं द्वारा चुने जाते हैं।
राष्ट्रपति का चुनाव संसद के सदस्यों द्वारा किया जाता है। हालाँकि संसद का कोई सदस्य ही दक्षिण अफ़्रीका का राष्ट्रपति चुना जा सकता है।
दक्षिण अफ़्रीकी राष्ट्रपति को पाँच वर्ष की अवधि के लिए चुना जाता है।
राष्ट्रपति राज्य का प्रमुख और देश में कार्यपालिका का प्रमुख होता है। राष्ट्रपति ,उप राष्ट्रपति, कैबिनेट मंत्रियों की नियुक्ति करता है और उन्हें बर्खास्त करने की शक्ति रखता है। राष्ट्रपति के पास कैबिनेट के एक सदस्य को नेशनल असेंबली में सरकारी कार्य का नेता नियुक्त करने की भी शक्ति है।
दक्षिण अफ़्रीका अफ़्रीकी महाद्वीप के सबसे दक्षिणी सिरे पर स्थित है।
1931 में ब्रिटेन से स्वतंत्रता प्राप्त करने के बाद दक्षिण अफ्रीका ने आधिकारिक तौर पर रंगभेद (नस्लीय अलगाव) की नीति अपनाई।
राजनीतिक और आर्थिक शक्ति देश की श्वेत आबादी के हाथों में केंद्रित थी जबकि बहुसंख्यक काली आबादी, मिश्रित नस्लें, एशियाई आबादी (भारतीय, चीनी, मलय आदि) के साथ भेदभाव किया जाता था और उन्हें राजनीतिक और अन्य अधिकारों से वंचित किया गया था ।
रंगभेद की नीति 1994 में समाप्त हुई और महान अश्वेत नेता नेल्सन मंडेला,1994 में दक्षिण अफ्रीका के पहले अश्वेत राष्ट्रपति चुने गये।
दक्षिण अफ्रीका की राजधानी: इसकी तीन राजधानियाँ हैं। प्रिटोरिया (कार्यकारी), केप टाउन (विधायी), और ब्लोमफ़ोन्टेन (न्यायिक)।
मुद्रा: रैंड
राष्ट्रपति: सिरिल रामाफोसा
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