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3.4 करोड़ से अधिक भारतीय हेपेटाइटिस संक्रमण से संक्रमित: डबल्यूएचओ

Utkarsh Classes Last Updated 07-02-2025
Over 3.4 crore Indians infected with Hepatitis infection: WHO Report 8 min read

9 अप्रैल 2024 को जारी विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की वैश्विक हेपेटाइटिस रिपोर्ट 2024 के अनुसार, भारत, वायरल हेपेटाइटिस रोग के सबसे अधिक प्रसार वाले देशों में से एक है। रिपोर्ट के अनुसार, लगभग 2.9 करोड़ भारतीय हेपेटाइटिस बी से संक्रमित थे जबकि 0.55 करोड़ भारतीय हेपेटाइटिस सी से संक्रमित थे।

डब्ल्यूएचओ ने 9 से 11 अप्रैल 2024 तक पुर्तगाल की राजधानी लिस्बन में आयोजित विश्व हेपेटाइटिस शिखर सम्मेलन के दौरान यह रिपोर्ट जारी की। डब्ल्यूएचओ ने 2030 तक दुनिया भर में हेपेटाइटिस को खत्म करने का लक्ष्य रखा है।

डब्ल्यूएचओ के अनुसार, बेहतर जागरूकता, टीकाकरण और स्वास्थ्य देखभाल से 2030  तक हेपेटाइटिस को खत्म करने का लक्ष्य हासिल किया जा सकता है।

डब्ल्यूएचओ ग्लोबल हेपेटाइटिस रिपोर्ट 2024 के मुख्य अंश 

डब्ल्यूएचओ के अनुसार, 2022 में, कोविड -19 के बाद, संक्रामक रोगों में वायरल हेपेटाइटिस और तपेदिक मृत्यु के दूसरे प्रमुख कारण थे।

वायरल हेपेटाइटिस के कारण मृत्यु - 2022 में 187 देशों में अनुमानित 1.3 मिलियन लोगों की मृत्यु वायरल हेपेटाइटिस के कारण हुई। जिसमें  83% मौतें हेपेटाइटिस बी के कारण हुईं, जबकि 17% मौतें हेपेटाइटिस सी के कारण हुईं।

ताजा संक्रमण में गिरावट - 2022 में, 2.22 मिलियन लोग वायरल हेपेटाइटिस से संक्रमित हुए, जबकि 2019 में यह संख्या 2.5 मिलियन थी। 2.2 मिलियन नए संक्रमणों में से, 1.2 मिलियन हेपेटाइटिस बी से संक्रमित थे, और लगभग 1.0 मिलियन हेपेटाइटिस सी से संक्रमित थे।

दुनिया भर में संक्रमित लोगों की संख्या- कुल मिलाकर 2022 में लगभग 304 मिलियन लोग वायरल हेपेटाइटिस बी और सी से संक्रमित थे। अनुमानित 254 मिलियन लोग हेपेटाइटिस बी से संक्रमित थे, और 50 मिलियन लोग हेपेटाइटिस से  संक्रमित थे।

संक्रमित व्यक्ति का आयु समूह- क्रोनिक हेपेटाइटिस बी और सी संक्रमण से संक्रमित लोगों में से आधे लोग 30-54 वर्ष समूह के लोग हैं, और सभी मामलों में 58% संक्रमित व्यक्ति, पुरुष हैं।

नए संक्रमण के मामले में पश्चिम अफ़्रीका क्षेत्र सबसे आगे  - कुल नए रिपोर्ट किए गए वायरल हेपेटाइटिस बी संक्रमणों में से, अधिकांश मामले पश्चिम अफ़्रीकी क्षेत्र से पाये गए थे। ताजा  संक्रमित मामलों में से 63% मामले इसी क्षेत्र से सामने आए।

पश्चिमी प्रशांत क्षेत्र में हेपेटाइटिस बी से सबसे ज्यादा मौतें - पश्चिमी प्रशांत क्षेत्र में हेपेटाइटिस बी से 47% मौतें हुई हैं।

दुनिया में सबसे ज्यादा हेपेटाइटिस के मामले - शीर्ष 10 देश जहां से हेपेटाइटिस के मामले सामने आए, वे थे चीन, भारत, इंडोनेशिया, नाइजीरिया, पाकिस्तान, इथियोपिया, बांग्लादेश, वियतनाम, फिलीपींस और रूस।

हेपेटाइटिस बी के सबसे अधिक मामले -2022 में वैश्विक हेपेटाइटिस बी के 50% मामले चीन, भारत और इंडोनेशिया से सामने आए, इसके बाद नाइजीरिया, इथियोपिया, बांग्लादेश, वियतनाम, फिलीपींस और पाकिस्तान का स्थान रहा।

हेपेटाइटिस सी के सबसे अधिक मामले- चीन, भारत, इंडोनेशिया, पाकिस्तान, रूसी संघ और अमेरिका हेपेटाइटिस सी के वैश्विक मामलों का 50% का प्रतिनिधित्व करते हैं।

भारत में हेपेटाइटिस की स्थिति

  • डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट के अनुसार, 2022 में भारत में लगभग 50,000 नए हेपेटाइटिस बी के  मामले और 1.4 लाख नए हेपेटाइटिस सी के  मामले सामने आए।
  • 2022 में संक्रामक हेपेटाइटिस वायरल बीमारी से भारत में 1.23 लाख लोगों की मौत हो गई।
  • डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट के अनुसार, हेपेटाइटिस बी के केवल 2.4 प्रतिशत मामलों का निदान किया गया, और 0 प्रतिशत को उपचार मिला।
  • हेपेटाइटिस सी के लिए, 28 प्रतिशत संक्रमित व्यक्तियों का निदान किया गया, और 21 प्रतिशत ने उपचार प्राप्त किया।

हेपेटाइटिस बी और सी क्या हैं?

  • हेपेटाइटिस रक्त में मौजूद वायरस के कारण होने वाली यकृत की सूजन है। हेपेटाइटिस वायरस के पांच मुख्य प्रकार हैं: ए, बी, सी, डी और ई, लेकिन टाइप बी और सी दुनिया भर में हेपेटाइटिस से पैदा होनी वाली बीमारियों का प्रमुख कारक है।
  • हेपेटाइटिस ए और ई मुख्य रूप से दूषित भोजन खाने  या पानी पीने  से होता है।
  • हेपेटाइटिस बी संक्रमित माताओं से जन्म के समय शिशुओं में फैल सकता है। यह दूषित रक्त और रक्त उत्पादों के आधान, चिकित्सा प्रक्रियाओं के दौरान दूषित इंजेक्शन, और नशीली दवाओं के लिए उपयोग किए गए इंजेक्शन के उपयोग या यौन संपर्क के माध्यम से भी फैल सकता है।
  • हेपेटाइटिस सी अधिकतर संक्रामक रक्त के संपर्क में आने से फैलता है।

हेपेटाइटिस के कारण होने वाला रोग

हेपेटाइटिस के कारण यकृतमें सूजन आ जाती है। हेपेटाइटिस बी कई हफ्तों तक मतली और आंख और त्वचा के पीलेपन के साथ तीव्र संक्रमण का कारण बनता है।

यह आजीवन लीवर रोग का कारण भी बन सकता है। सीके कारण यकृत पर घाव हो सकते हैं  जिसे सिरोसिस कहा जाता है तथा लीवर के कैंसर का खतरा भी बढ़ जाता है।

हेपेटाइटिस बी और सी का उपचार और सरकारी प्रतिक्रिया

  • हेपेटाइटिस बी को टीकाकरण के माध्यम से रोका जा सकता है, जबकि हेपेटाइटिस सी के लिए अभी तक कोई टीका उपलब्ध नहीं है। हेपेटाइटिस सी को दवा के माध्यम से ठीक किया जा सकता है। हेपेटाइटिस बी रोग के मामले में, दवा जीवन भर लेनी पड़ती है जबकि हेपेटाइटिस सी के मामले में, अधिकांश रोगी 12-24 सप्ताह तक दवाओं के सेवन से ठीक हो जाते हैं।
  • भारत सरकार ने अपने सार्वभौमिक टीकाकरण कार्यक्रम में हेपेटाइटिस बी के खिलाफ टीकाकरण को शामिल किया है। सार्वभौमिक टीकाकरण कार्यक्रम  में गर्भवती माताओं और नवजात शिशुओं को टीका निःशुल्क प्रदान किया जाता है।
  • सरकार अपने वायरल हेपेटाइटिस नियंत्रण कार्यक्रम के तहत स्वास्थ्य कर्मियों जैसे उच्च जोखिम वाले वयस्कों को भी टीका प्रदान करती है। 
  • भारत में हेपेटाइटिस के इलाज के लिए दवा की लागत दुनिया में सबसे कम है। भारत में सबसे बड़ी समस्या इस बीमारी के बारे में जागरूकता की कमी है।

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ)

डबल्यूएचओ ,7 अप्रैल 1948 को संयुक्त राष्ट्र की एक विशेष एजेंसी के रूप में अस्तित्व में आया।

सदस्य: 194 देश

डबल्यूएचओ  के महानिदेशक: डॉ. टेड्रोस एडनोम घेब्रेयेसस (मई 2017 से)।

मुख्यालय: जिनेवा, स्विट्जरलैंड।

डबल्यूएचओ का स्थापना दिवस, 7 अप्रैल, विश्व स्वास्थ्य दिवस के रूप में मनाया जाता है।

महत्वपूर्ण  फुल फॉर्म

डबल्यूएचओ /WHO : वर्ल्ड हैल्थ आर्गेनाइजेशन (World Health Organisation)

FAQ

उत्तर: विश्व स्वास्थ्य संगठन

उत्तर: पुर्तगाल की राजधानी लिस्बन में, इसका आयोजन विश्व स्वास्थ्य संगठन ने पुर्तगाल सरकार के सहयोग से किया था।

उत्तर: 1.23 लाख लोग

उत्तर: यकृत

उत्तर: 2030 तक
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