विश्व डाक दिवस: वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए आवश्यक है डाकघर
Utkarsh ClassesLast Updated
07-02-2025
Important Day
5 min read
प्रति वर्ष 9 अक्टूबर को ‘विश्व डाक दिवस’ मनाया जाता है। विश्व डाक दिवस को संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी यूनिवर्सल पोस्टल यूनियन (यूपीयू ) की स्थापना की वर्षगांठ के अवसर पर मनाया जाता है।
विश्व डाक दिवस की पृष्ठभूमि:
यूनिवर्सल पोस्टल यूनियन की स्थापना स्विटजरलैंड की राजधानी बर्न में 9 अक्टूबर 1874 को की गई थी।
विश्व डाक दिवस को मनाए जाने की घोषणा वर्ष 1969 में जापान के टोकियो हुए यूपीयू कांग्रेस के दौरान की गई थी। इस घोषणा के बाद से हर वर्ष 9 अक्टूबर को विश्व डाक दिवस मनाया जाता रहा है।
विश्व डाक दिवस का थीम:
संयुक्त राष्ट द्वारा हर वर्ष विश्व डाक दिवस के लिए एक मुख्य विषय की घोषणा की जाती है। इस क्रम में यूपीयू ने विश्व डाक दिवस 2023 का थीम ‘टुगेदर फॉर ट्रस्ट: कोलेबोरेटिंग फॉर एसेफ एंड कनेक्टेड फ्यूचर’ (Together for trust: Collaborating for a safe and connected future) घोषित किया है।
वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए डाकघर:
वर्ष 2023 के विश्व डाक दिवस का मुख्य विषय डिजिटल इकोनॉमी के लक्ष्यों को पूरा करने में डाकघरों की भूमिका को उजागर करता है।
संयुक्त राष्ट द्वारा साझा की गई आधिकारिक जानकारी अनुसार वैश्विक स्तर पर डिजिटल एकल डाक क्षेत्र को विकसित करने के लिए सभी देशों और उनकी डाक सेवाओं को आगे आना चाहिए।
संयुक्त राष्ट्र के अनुसार सभी लोगों को एकजुट करने के लिए, उनके समावेश के लिए और समुदायों को बढ़ावा देने में डाक घर महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
विश्व में लगभग 50 लाख से अधिक डाक कर्मचारी लोगों के संदेशों, उपहारों, दवाओं, धन व अन्य व्यक्तगित व आवश्यक वस्तुओं को पहुंचाने के काम में लगे हैं।
देश का प्रथम डाक टिकट:
21 नवंबर 1947 को पहला टिकट जारी हुआ। इस पर जय हिंद व इंडिया लिखा था। आजाद भारत का पहला डाक टिकट साढ़े तीन आना राशि यानी 14 पैसा था।
इस टिकट का उपयोग केवल देश के अंदर डाक भेजने के लिए किया गया। इस पर भारतीय ध्वज का चित्र और जय हिंद लिखा हुआ है।
महात्मा गाँधी ऐसे प्रथम भारतीय व्यक्ति थे जिनके नाम पर डाक टिकट जारी किया गया था।
जबकि सचिन तेंदुलकर ऐसे प्रथम जीवित व्यक्ति हैं जिनके नाम पर डाक टिकट जारी किया गया।
भारतीय डाक का इतिहास:
वर्ष 1766 में यानी 257 वर्ष पूर्व भारत में डाक व्यवस्था आरंभ की गई थी।
वर्ष 1774 में वारेन हेस्टिंग्स ने कोलकाता में पहला डाकघर स्थापित किया था।
वर्ष 1852 में भारत में पहली बार चिट्ठी पर डाक टिकट लगाने की शुरूआत हुई थी।
एक अक्टूबर, 1854 को भारत में महारानी विक्टोरिया के चित्र वाला डाक टिकट जारी हुआ था। इस दिन भारत में एक विभाग के तौर पर डाक विभाग की स्थापना हुई थी।
भारत में 89.87% पोस्ट ऑफिस ग्रामीण क्षेत्रों में हैं।
20 अगस्त 1991 को भारत में सबसे बड़ा डाक टिकट पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी पर जारी हुआ था।
विश्व डाक दिवस से संबंधित महत्वपूर्ण तथ्य:
यूनिवर्सल पोस्टल यूनियन: संयुक्त राष्ट्र की एक एजेंसी
यूनिवर्सल पोस्टल यूनियन की स्थापना: 9 अक्टूबर 1874
यूनिवर्सल पोस्टल यूनियन का मुख्यालय: बर्न, स्विटजरलैंड
यूनिवर्सल पोस्टल यूनियन के वर्तमान प्रमुख: मासाहिको मेटोकी (Masahiko Metoki)
यूनिवर्सल पोस्टल यूनियन संयुक्त राष्ट्र के आर्थिक एवं सामाजिक परिषद के नियंत्रण कार्य करता है।
FAQ
Answer - 9 अक्टूबर
Answer - 9 अक्टूबर 1884 को यूनिवर्सल पोस्टल यूनियन की स्थापना के अवसर पर।
Submit your details to access
Free Questions Booklet
Thank You! Your PDF Resource is Ready for Download
Install the
Utkarsh AppTo Access Your
5 Model Test Papers & Exclusive Offers
Install Now
Get Unlimited Download
To download limitless free study materials, provide your mobile number.
Submit Your Details to Get 25 Coins for FREE!
You're All Set!
25 Coins have been credited to your wallet. Install the UTKARSH app now to redeem and start learning!
DOWNLOAD OUR APP
Utkarsh Classes: Prepare for State & Central Govt Exams
With the trust and confidence of our students, the Utkarsh Mobile App has become a leading educational app on the Google Play Store. We are committed to maintaining this legacy by continually updating the app with unique features to better serve our aspirants.