वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल (एसीएम) वीआर चौधरी ने वायुसेना के लिए 13 सितंबर 2023 को स्पेन के सेविले स्थित एयरबस संयंत्र से पहला ‘सी-295एमडब्लू’ (C-295MW) परिवहन विमान प्राप्त किया। वहाँ एक समारोह के बाद विमान भारत के लिए उड़ान भरेगा।
उल्लेखनीय है कि सुरक्षा पर बनी कैबिनेट समिति ने 08 सितंबर, 2021 को मेसर्स एयरबस डिफेंस एंड स्पेस एस.ए., स्पेन से 56 सी-295एमडब्लू परिवहन विमान की खरीद को मंजूरी दी थी।
- 24 सितंबर, 2021 को रक्षा मंत्रालय ने संबंधित उपकरणों के साथ विमान के अधिग्रहण के लिए मेसर्स एयरबस डिफेंस एंड स्पेस के साथ एक अनुबंध पर हस्ताक्षर किए।
- सितंबर के अंतिम सप्ताह में हिंडन वायुसेना केंद्र में एक समारोह में इस विमान को सेवा में शामिल किए जाने की संभावना है।
- उल्लेखनीय है कि उस समय उप वायुसेना प्रमुख रहे एअर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने स्पेन की रक्षा एवं अंतरिक्ष कंपनी एयरबस के साथ अनुबंध समझौते की अगुआई की थी।
16 विमानों का निर्माण एयरबस द्वारा:
- अनुबंध के अनुसार, 16 विमान सेविले से उड़ान भरने की स्थिति में भारत आएंगे, जिसका निर्माण स्पेन की रक्षा एवं अंतरिक्ष कंपनी एयरबस द्वारा किया जाएगा। जबकि शेष 40 का निर्माण एयरबस द्वारा टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड (टीएएसएल) के साथ संयुक्त रूप से किया जाएगा।
- गुजरात के वडोदरा में फाइनल असेंबली लाइन (एफएएल) स्थापित करने के लिए काम चल रहा है और भारत में निर्मित पहला विमान सितंबर 2026 तक तैयार कर लिया जाएगा।
एवरो-748 के स्थान पर इसे सेवा में लिया जाएगा:
- सी-295एमडब्लू विमान भारतीय इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सूट से सुसज्जित है। सी-295 विमान भारतीय वायु सेना के पुराने एवरो-748 बेड़े की जगह लेगा।
कुल ₹22,000 करोड़ का सौदा :
- सितंबर 2021 में, रक्षा मंत्रालय ने 56 C-295MW परिवहन विमान की खरीद के लिए एयरबस और स्पेस SA, स्पेन के साथ ₹22,000 करोड़ के समझौते पर हस्ताक्षर किए गए थे।
अगस्त 2025 तक स्पेन से सभी 16 विमान प्राप्त हो सकेंगे:
- ऑर्डर दिए गए 56 विमानों में से प्रथम 16 सी-295 विमानों को स्पेन के सेविले में सैन पाब्लो सुर साइट पर असेंबल किया जाएगा, दूसरे विमान की डिलीवरी मई 2024 में की जाएगी और शेष 14 को अगस्त 2025 तक प्रति माह एक की दर से तैयार किया जाएगा।
- स्पेन के साथ कुल 56 सी295 विमान सौदे का मूल्य लगभग 2.5 अरब डॉलर है। यह भारत और स्पेन के बीच द्विपक्षीय संबंधों के साथ-साथ आर्थिक संबंधों पर भी महत्वपूर्ण प्रभाव डालेगा।
सी295 पर कई स्वदेशी उपकरण लगाए गए:
- भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) द्वारा बनाए गए स्वदेशी रडार चेतावनी रिसीवर और मिसाइल एप्रोच चेतावनी सिस्टम और भारत डायनेमिक्स लिमिटेड (बीडीएल) द्वारा बनाए गए काउंटर माप वितरण सिस्टम को प्रमाणित किया गया है और पहले विमान पर स्थापित किया गया है।
अगस्त 2031 तक भारत में सभी विमानों का निर्माण हो सकेगा:
- भारत में बनने वाले कुल 40 विमानों में पहली की आपूर्ति वर्ष 2026 में की जाएगी।
- 56वां और अंतिम विमान का निर्माण अगस्त 2031 तक पूर्ण होने की संभावना है।
विमान क्षमता
- सी-295 एमडब्लू समकालीन तकनीक के साथ 5 से 10 टन क्षमता का एक परिवहन विमान है।
- इसमें त्वरित प्रतिक्रिया और सैनिकों और कार्गो के पैरा ड्रॉपिंग के लिए एक रियर रैंप दरवाजा है।
- अर्ध-तैयार सतहों से शॉर्ट टेक-ऑफ/लैंडिंग इसकी एक और विशेषता है।
- यह विमान भारतीय वायुसेना की रसद क्षमताओं को मजबूत करेगा।