भारत सरकार के स्वामित्व वाली गेल (इंडिया) लिमिटेड का पहला हरित हाइड्रोजन संयंत्र मध्य प्रदेश के विजयपुर शहर में चालू हो गया है। यह हरित ईंधन व्यवसाय में भारत की सबसे बड़ी प्राकृतिक गैस पारेषण और वितरण कंपनी,गेल (इंडिया) लिमिटेड के प्रवेश का प्रतीक है।
संयंत्र का उद्घाटन पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय के सचिव पंकज जैन और गेल के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक संदीप गुप्ता ने संयुक्त रूप से किया।
विजयपुर में गेल का पहला हरित हाइड्रोजन संयंत्र 10 मेगावाट प्रोटॉन एक्सचेंज मेम्ब्रेन (पीईएम) इलेक्ट्रोलाइज़र का उपयोग करता है जिसे कनाडा से आयात किया गया है।
यह संयंत्र पानी को विभाजित करने और हरित हाइड्रोजन का उत्पादन करने के लिए सौर ऊर्जा का उपयोग करेगा। यह प्रतिदिन लगभग 4.3 टन हरित हाइड्रोजन का उत्पादन करेगा, जिसकी मात्रा के हिसाब से लगभग 99.999 प्रतिशत शुद्धता होगी। इस उद्देश्य के लिए, कंपनी 10 मेगावाट पीईएम इलेक्ट्रोलाइज़र के लिए हरित ऊर्जा की आवश्यकता को पूरा करने के लिए विजयपुर में लगभग 20 मेगावाट सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित कर रही है।
गेल, वर्तमान में, उत्पादित हाइड्रोजन का उपयोग अपने उद्देश्यों के लिए करेगा। इसका उपयोग विजयपुर संयंत्र में विभिन्न उपकरणों को चलाने के लिए प्राकृतिक गैस के साथ ईंधन के रूप में किया जाएगा।
भविष्य में, कंपनी उच्च दबाव वाले कैस्केड के माध्यम से परिवहन किए गए हरित हाइड्रोजन को खुदरा ग्राहकों को बेचने की योजना बना रही है।
गेल का प्रयास राष्ट्रीय हाइड्रोजन मिशन का हिस्सा है, जिसका लक्ष्य 2030 तक देश में प्रति वर्ष कम से कम 5 एमएमटी (मिलियन मीट्रिक टन) की हरित हाइड्रोजन उत्पादन क्षमता विकसित करना है।
यह ऊर्जा के नवीकरणीय स्रोतों का उपयोग करके पानी के अणु को हाइड्रोजन और ऑक्सीजन में तोड़ने को संदर्भित करता है। ऊर्जा के नवीकरणीय स्रोत का अर्थ है जिसका उपयोग बार-बार किया जा सकता है जैसे सौर ऊर्जा, जल विद्युत, पवन ऊर्जा आदि। इस प्रक्रिया में कार्बन का उत्सर्जन नहीं होता है जो वैश्विक तापन (ग्लोबल वार्मिंग) के लिए जिम्मेदार है।
प्रायोगिक आधार पर, गेल मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में प्राकृतिक गैस के साथ हाइड्रोजन का मिश्रण घरों में पाइप के द्वारा प्राकृतिक गैस की आपूर्ति कर रहा है। वर्तमान में, 5 प्रतिशत हाइड्रोजन को प्राकृतिक गैस के साथ मिश्रित किया जा रहा है क्योंकि मौजूदा नियम प्राकृतिक गैस के साथ केवल 5 प्रतिशत हाइड्रोजन के मिश्रण की अनुमति देती हैं।
हाइड्रोजन के मिश्रण अनुपात को बढ़ाने के लिए, गेल इंजीनियर्स इंडिया लिमिटेड और आईआईटी कानपुर के साथ एक संयुक्त अध्ययन कर रहा है।
गेल (इंडिया) लिमिटेड की स्थापना 1984 में भारत सरकार द्वारा पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय के तहत की गई थी।
कंपनी को शुरुआत में हजीरा (गुजरात), विजयपुर (मध्य प्रदेश) और जगदीशपुर (उत्तर प्रदेश) प्राकृतिक गैस पाइपलाइनों के निर्माण, प्रबंधन और संचालन के लिए बनाया गया था।
1800 किमी लंबी हजीरा, विजयपुर और जगदीशपुर गैस पाइपलाइन दुनिया की सबसे लंबी गैस पाइपलाइन है।
यह कंपनी शहरों में घरों में पाइप से प्राकृतिक गैस उपलब्ध कराने के व्यवसाय में भी है।
मुख्यालय: नई दिल्ली
अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक (सीएमडी): संदीप कुमार गुप्ता